-कमलेश भारतीय

-आ गये वत्स संजय?
-जी महाराज धृतराष्ट्र आ गया आपकी सेवा में । मैं भी जैसे भीष्म पितामह की तरह हस्तिनापुर से बंधा हूँ और आपको युद्ध‌ का आंखों देखा हाल सुनाने का दायित्व है मुझ पर !

-वह तो है संजय ! तुम नही दिखाओ तो मैं क्या जान पाऊं कि हरियाणा के चुनाव महाभारत में क्या हो रहा है? अब बताना शुरू करो कि क्या दिख रहा है तुम्हें?
-महाराज! आज तो दामाद, दलाल और फौगाट ही दिख रहे हैं !

-यह तो पहेली है संजय ! मुझ अकिंचन को एक एक कर बताओ !
-महाराज दामाद तो ठहरे राबर्ट बाड्रा और आप जानते हैं कि दस साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनाव भाषण उनके उल्लेख के बिना पूरा नहीं होता।

-कैसे?
-अब हरियाणा के चुनाव में महामना मोदी कह रहे हैं कि हरियाणा में दामाद और दलाल की सरकार थी। इसे आने से रोको ! कभी टू जी, थ्री जी और जीजाजी कहकर चुटकी लेते रहे ।

-तो क्या राबर्ट ने इसका कोई प्रतिवाद नहीं किया?
-इस बार किया न महाराज !

-क्या कहा राबर्ट ने?
-राबर्ट ने कहा है कि पिछले दस साल से मोदी जी आप मेरे नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि कोई गड़बड़ी मेरी कम्पनियों में साबित नहीं हुई, फिर आप किस तरह से दामाद और दलाल शब्द इस्तेमाल कर रहे हो ? आप 140 करोड़ आबादी के प्रधानमंत्री हैं, यह हरियाणा सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए मेरे नाम का आप, इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं?

-बात तो ठीक ही लगती है संजय मुझे ! अब फौगाट का क्या मामला है?
-फौगाट वही विनेश फौगाट महाराज, जो जुलाना से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ रही है। उसी की बात होने लगी है, महाराज !

-क्या बात होने लगी है?
-इनेलो नेता अभय चौटाला का कहना है कि जब शादी राठी परिवार में हुई है तो अपना गौत्र राठी करे, फिर फौगाट क्यों बनी है? वह खिलाड़ी थी तो देश व प्रदेश की बेटी थी, उसे सब प्यार करते थे।अब राजनीति में उतर कर वह सबकी चहेती नहीं रही ।

-क्या जवाब दिया विनेश ने?
-विनेश ने कहा कि फौगाट से मेरे पिता की स्मृति जुड़ी है। मैं इसे खोना नहीं चाहती !

-संजय, आज का महाभारत इतना ही पर्याप्त है। शेष कल मिलते हैं ।
-जी महाराज, चलता हूँ मैं!

-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी। 9416047075

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