-श्रीकृष्ण की आत्मा ने भी राजयोग के द्वारा प्राप्त किया श्रेष्ठ पद

-ओम शांति रिट्रीट सेंटर में बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव

-केक काटकर दी गई जन्माष्टमी की शुभ कामनाएं

-गीत-संगीत एवं रास नृत्य के द्वारा भी हुआ सभी का मनोरंजन

26 अगस्त 2024, गुरुग्राम – गुरुग्राम, ब्रह्माकुमारीज के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। सभी ने केक काटकर एक-दूसरे को जन्माष्टमी की शुभ कामनाएं दी। गीत-संगीत और रास नृत्य के द्वारा भी सबका मनोरंजन हुआ। इस अवसर पर विशेष रूप से सुप्रसिद्ध गायक कलाकार चांद बजाज ने अपनी प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। ओआरसी की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके विजय दीदी ने अपनी शुभ कामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण वास्तव में सतयुगी दुनिया के प्रथम विश्व राजकुमार थे।

श्रीकृष्ण सर्वगुण सम्पन्न, 16 कला सम्पूर्ण, सम्पूर्ण निर्विकारी, मर्यादा पुरुषोत्तम थे। श्रीकृष्ण की दुनिया में सभी पावन थे, जिसे ही स्वर्ग कहते हैं। इसलिए श्रीकृष्ण को बैकुण्ठ का मालिक भी कहा जाता है। वर्तमान समय परमपिता परमात्मा शिव पुनः प्रजापिता ब्रह्मा के मानवीय तन से राजयोग का ज्ञान दे रहे हैं। जिसके द्वारा ही सतयुगी दुनिया की स्थापना होती है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण की आत्मा ने अपने पूर्व जन्म में ईश्वरीय ज्ञान और योग से श्रेष्ठ पुरुषार्थ कर ऐसा ऊंच पद प्राप्त किया।

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