सबसे अधिक नीलोखेड़ी में 88 आवेदन, सबसे कम किलोई में एक आवेदन तीन सर्वे के माध्यम से प्रत्येक विधानसभा में तीन लोकप्रिय दावेदारों में से किया जाएगा कांग्रेस में चयन अशोक कुमार कौशिक हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनाव का तैयारियों में जुटी है। कांग्रेस ने हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों पर आवेदन के अनुसार दूसरा सर्वे शुरु कर दिया है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए 10 अगस्त तक आवेदन मांगे थे। लेकिन 90 सीटों पर 2556 दावेदार अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। जिताऊ प्रत्याशियों की खोज करने के लिए पार्टी दो सर्वे एजेंसी का सहारा ले रही है। दोनों सर्वे एजेंसी ग्राउंड स्तर पर अपना कार्य शुरू कर चुकी है वह प्रत्येक विधानसभा से तीन-तीन लोकप्रिय उम्मीदवारों के नाम का चयन कर पार्टी शीर्ष नेतृत्व के पास भेजेगी। इन नाम को पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी के सम्मुख रखा जाएगा। इसके बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार पार्टी प्रत्याशियों का चयन कर टिकट की घोषणा करने जा रही है। पार्टी 2556 दावेदारीं के बाद किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती। सर्वे एजेंसी का काम लगभग पूरा हो चुका है। तीसरी सर्वे की जानकारी मिलने के बाद दावेदार अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। सभी दावेदारों के नाम गोपनीय रखे जा रहे हैं। इन सर्वे एजेंसियों के माध्यम से मतदाताओं का मूड भांपने की भी कोशिश की गई है। सरकार के प्रति मतदाताओं का रुझान कैसा है और सरकार के किन कामों से मतदाता खुश हैं किससे नाराज। कांग्रेस को लेकर मतदाताओं की सोच क्या है यह भी जानने की कोशिश की गई है। कांग्रेस की नीलोखेड़ी सीट पर सबसे अधिक 88 आवेदन आए हैं। इसके बाद जुलाना से 86, बवानीखेड़ा से 78, बाढ़डा से 60 और उकलाना से 57 लोगों ने आवेदन किया है। जबकि सबसे कम आवदेन पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई से महज 1 आवेदन आया है। यह आवेदन भी हुड्डा की तरफ से है। हुड्डा के सामने किसी कांग्रेसी ने आवेदन ही नहीं किया। इसके अलावा देवीलाल परिवार की पैतृक सीट माने जाने वाली डबवाली से महज 4 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सबसे खास बात है कि कैथल विधानसभा से रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने किसी समर्थक का आवेदन नहीं करवाया है। चर्चाएं हैं कि सुरजेवाला खुद या बेटे आदित्य सुरजेवाला को यहां से चुनाव लड़वा सकते हैं मगर सुरजेवाला परिवार में किसी ने आवेदन नहीं किया है। तोशाम सीट पर अनिरुद्ध चौधरी दावेदार किरण चौधरी के भाजपा में जाने के बाद तोशाम सीट पर चौधरी बंसीलाल के पौते और रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी ने आवेदन किया है। इस बार बाढ़डा सीट से परिवार ने दावेदारी पेश नहीं की है। पिछले बार अनिरुद्ध चौधरी के पिता रणबीर महेंद्रा नैना चौटाला के सामने बाढड़ा विधानसभा से लड़े और वह दूसरे नंबर पर रहे थे। नैना चौटाला से हार के बाद अबकी बार रणबीर महेंद्रा अपनी पारंपारिक सीट पर शिफ्ट हो गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी के सामने पौते अनिरुद्ध चौधरी को लड़ा सकती है। अनिरुद्ध चौधरी ने दावेदारी जताकर इसके संकेत भी दे दिए हैं। रिजर्व सीटों पर सर्वाधिक नामांकन खास बात यह है कि हरियाणा की 14 रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा रिजर्व सीटों पर पिछड़ गई थी यही कारण है कि हरियाणा की रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। रिजर्व सीटों को देखें तो मुलाना विधानसभा में 45, शाहबाद में 56, गुहला में 45, नीलोखेड़ी में 88, इसराना में 33, खरखौदा 54, नरवाना 44, रतिया 38, कालांवाली 14, बवानीखेड़ा 75, कलानौर 55, झज्जर 12 बावल 52 और पटौदी में 42 आवेदन कांग्रेस के आए हैं। 2019 में किस पार्टी ने कितनी विधानसभा जीती थी… किसी ने 2 से 3 सीटों पर तो कहीं पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने दावेदारी जताई विधानसभा में कई सीटें ऐसी हैं जहां पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने एक ही सीट पर दावेदारी जताई है तो कुछ लोगों ने एक से अधिक सीटों पर दावेदारी जताई है। सिरसा में 3 पिता-पुत्रों ने दावेदारी जताई है। इसमें राजकुमार शर्मा उनके बेटे मोहित शर्मा, वीरभान मेहता और बेटे राजन मेहता, अमीरचंद चावला, करण चावला ने आवेदन किया है। नलवा सीट पर पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह और उनके बेटे गौरव सिंह ने आवेदन किया है। फतेहाबाद में प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा और उनके बेटे ने एक सीट से ही दावेदारी जताई है। हांसी में पूर्व मंत्री सुभाष गोयल और उनके बेटे सुशील गोयल ने आवेदन किया है। हिसार में हनुमान ऐरन और उनकी पत्नी रेखा ऐरन ने आवेदन किया है। जजपा विधायकों वाली सीट पर अधिक आवेदन खास बात है कि जिन सीटों पर जजपा के विधायक हैं उन सीटों पर कांग्रेस की ओर से ज्यादा आवेदन हैं। इसका कारण है कि जजपा के वोट बैंक में कांग्रेस सेंधमारी कर चुकी है। लोकसभा चुनाव में भी जजपा के अधिकांश सीटों में कांग्रेस आगे रही थी। टोहाना, नारनौंद, उचाना, जुलाना, बाढड़ा, उकलाना, नरवाना, शाहबाद और गुहला जैसी सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिली थी। टोहाना में कांग्रेस के 21, उचाना में 17, जुलाना में 86, बाढड़ा में 60, शाहबाद में 56, गुहला में 45, उकलाना में 57, नरवाना में 44 और बरवाला में 55 लोगों ने आवेदन किया है। जिला महेंद्रगढ़ की अटेली विधानसभा से 27 आवेदन, नारनौल से 40, नांगल चौधरी से 29 तथा महेंद्रगढ़ सीट से तीन आवेदन प्राप्त हुए हैं। Post navigation जेपी सैनी ने भाजपा की नारनौल विधानसभा टिकट पर दावेदारी जताई प्रधानमंत्री के एक पेड़ मां के नाम अभियान को हरियाणा ने बनाया सफल : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी