चुनने से पहले कैंडिडेट की बायोग्राफी जरूर चेक कर लें : जीएल शर्मा

गुरुग्राम। गुरुग्राम विधानसभा से भाजपा टिकट के प्रबल दावेदार हरियाणा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा ने कहा कि देश में अपनी अलग पहचान बन चुके गुरुग्राम जैसे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को चुनाव के समय अधिक जागरूक होने की जरूरत है। गुरुग्राम मिनी भारत है। इसलिए यहां के एक-एक क्रियाकलाप पर देश भर की नजर रहती है। ऐसे में हमारी यह जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि हम यहां की नुमाइंदगी किसी को भी सौंपने से पहले उस कैंडिडेट की बायोग्राफी चेक कर लें। उन्होंने कहा कि हम दुकान पर कपड़ा या बर्तन या कोई भी अन्य सामान खरीदने से पहले उसे बार-बार चेक करते हैं। अपना नुमाइंदा चुनते समय भी अपनी पारखी कसौटी पर उसकी प्रकृति और प्रवृत्ति की जांच जरूर कर लेनी चाहिए।

जीएल शर्मा सुखराली गांव में आयोजित आशीर्वाद जनसभा में अपना संबोधन दे रहे थे। हालांकि जनसभा के दौरान बारिश भी हुई। लेकिन जीएल शर्मा के स्वागत में लोग बारिश में भी डटे रहे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी उनके स्वागत के लिए पहुंची। गांव में पहुंचने पर गांव की सरदारी ने शर्मा ने फूल मालाओं और पगड़ी बांध कर स्वागत किया। यहां की सरदारी ने स्वर में जीएल शर्मा को अपना पूर्ण समर्थन देने का ऐलान करते हुए कहा कि मौजूदा समय में भाजपा के पास जीएल शर्मा से बेहतर कैंडिडेट नहीं हो सकता। समाज के हर वर्ग से सीधे जुड़े, जीवन में सेवा को सर्वोपरि रखने वाले, नेक नियत और ईमानदारी की प्रतिमूर्ति, 36 बिरादरी के चहेतो जीएल शर्मा से बेहतर विकल्प गुरुग्राम विधानसभा में भाजपा के लिए कोई नहीं हो सकता। जीएल शर्मा ने निस्वार्थ भाव से गुरुग्राम की जनता की सेवा की और यह निरंतर जारी है। गांव के चौधरी राजू सिंह, महेंद्र सिंह, महताब सिंह, ईश्वर सिंह, चंद्र बोस, कुलदीप सिंह, बहादुर सिंह, नरेंद्र, नरेश प्रधान, सन्नी नंबरदार, कर्मवीर सिंह, रंधावा सिंह, बल्ले पंडित, मुकेश, मोहन मास्टर भगत सिंह ने कहा कि वर्षों वर्ष से जीएल शर्मा को राजनीति में देख रहे हैं। गुरुग्राम के हकों की आवाज को बुलंद करने वाले जीएल शर्मा ने कभी भी अपने निजी स्वार्थ की राजनीति नहीं की। ऐसे नेकदिल और ईमानदार और पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ता को ही इस बार टिकट मिलना चाहिए।

चुना हुआ नुमाइंदा कमजोर हो तो अधिकारी हो जाते हैं उदासीन : शर्मा

जीएल शर्मा ने सम्मान और समर्थन के लिए ग्रामीणों का आभार जताया। शर्मा ने कहा कि चुना हुआ नुमाइंदा कमजोर हो तो अफसरशाही उदासीन हो जाती है। पिछले साल में भाजपा सरकार ने अपने स्तर पर गुरुग्राम में खूब काम किए, लेकिन शहर की छोटी-बड़ी समस्याओं का हल नहीं हो पाया। नगर निगम के गठन के बाद जो अपेक्षाएं थी वह पूरी नहीं हो पा रही है। क्योंकि यहां जनसेवा की चाह रखने वाले नहीं, पॉलिटिकल इन्वेस्टमेंट करने वाले ज्यादा हैं। अगर पार्टी ने उन्हें मौका दिया और जनता जनार्दन का आशीर्वाद मिला तो वह यह सिद्ध करके दिखाएंगे कि गुरुग्राम जैसे मिलेनियम सिटी को कैसे नेतृत्व की जरूरत है। यहां अधिकारियों से कैसे काम कराया जाता है। सरकार ने उन्हें जब डेरी फेडरेशन का चेयरमैन बनाया, तब उन्होंने यह साबित करके भी दिखाया है। सदा घाटे में रहने वाली संस्था को मुनाफे में पहुंचाया। अच्छे अधिकारियों की कमी नहीं है, उन्हें ईमानदारी से काम करने वाले प्रतिनिधि के मार्गदर्शन की जरूरत है। जब व्यक्ति खुद ईमानदार होगा तो किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं वह बेईमानी कर ले, वह लोगों के काम को नजरअंदाज कर दें। वह यह साबित करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता के इसी प्यार और आशीर्वाद तथा समर्थन से वह सेवा भाव से जुड़े रहकर जनता की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने जनता को विश्वास दिलाया कि उनकी पार्टी उन्हें टिकट देगी और इस बार वह गुरुग्राम की जनता के सपने पूरा करेंगे।

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