वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में डाॅ.रामपाल चहल व डाॅ. संजीव कुमारी की पुस्तक ‘ आल्हा – ऊदल : द्वापर के शापित योद्धा’ का विमोचन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजबीर सिंह द्वारा किया गया।408 पृष्ठों की इस पुस्तक में आल्हा-ऊदल द्वारा लड़ी गई साठ लड़ाइयों का वर्णन है। पुस्तक में गायन के साथ-साथ हिंदी में भी विस्तृत जानकारी दी गई है। इस पुस्तक में 12 वीं शताब्दी में हुए युद्धों का वर्णन वीर रस में किया गया है। जिसमें पाठक वीरता महसूस करते हुए स्वयं को रणक्षेत्र में पाता है। लेखक डॉ. रामपाल चहल हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा लख्मी चंद व माधव प्रसाद मिश्र अवार्ड से सम्मानित साहित्यकार हैं। उन्होंने दर्जनों किताबों का लेखन किया है। डॉ. संजीव कुमारी पहले भी कई पुस्तकें लिख चुकी हैं। जिसमें पर्यावरणीय सतसई ‘झड़ते पत्ते’ बेहद चर्चित पुस्तक है जो हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा 2018 में श्रेष्ठ कृति पुरस्कार से नवाजी जा चुकी है। उन्होंने हरियाणवी साहित्य पर काफी काम किया है। माननीय कुलपति महोदय जी ने डॉ. चहल व डॉ. संजीव को बधाई देते हुए लेखन में निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर डॉ. आनन्द शर्मा, प्रो. ए.एस. मान, डॉ. सतीश मलिक,प्रो. निर्मल कुमार,श्री बनवारी लालबटार,अनिल बड़सी, सानवी, भूमिका शर्मा, संपूर्ण सिंह, संजय बाली, जगबीर राठी व अन्य मौजूद रहे। इस अवसर पर गणमान्य व सम्मानित जनों ने लेखकों को बधाई प्रेषित की है। Post navigation जनता की लड़ाई लड़ने की सजा भुगत रहा हूं नवीन जयहिंद आम आदमी पार्टी वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा से मिले सफाई कर्मचारी और सिक्योरिटी गार्ड