महेंद्रगढ़ में छोटी सरकार अनिश्चितकालीन धरने पर, पार्षद प्रतिनिधि भूख हड़ताल पर बैठे

भारत सारथी कौशिक 

नारनौल। महेंद्रगढ़ शहर में विकास कार्य शुरू करवाने की मांग को लेकर सोमवार से प्रधान रमेश सैनी की अध्यक्षता में सभी पार्षदों की ओर से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। करने में प्रधान उप प्रधान भी बैठे हैं। इस दौरान पार्षद प्रतिनिधि चेतन यादव ने भूख हड़ताल शुरू की है। वहीं शहर के विभिन्न सामाजिक संगठन व राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों की ओर से धरने काे अपना समर्थन दिया । धरने को लेकर नगर पालिका कार्यालय में बने पार्क में टेंट लगाया गया। 

विकास कार्य शुरू न होने पर शहर की सरकार का धैर्य जवाब देने लगा है। रविवार को नगर पालिका (नपा) कार्यालय में प्रधान, उपप्रधान, पार्षदों ने बैठक कर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरने पर बैठने का निर्णय लिया था।

नगर पालिका कार्यालय में प्रधान रमेश सैनी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नगर पालिका की कार्यकारिणी का गठन हुए दो साल बीत चुके हैं। लेकिन अभी तक शहर में कोई विकास शुरू नहीं हो पाया है।

शहर की जनता पार्षदों से विकास कार्यों को लेकर जवाब मांगती है, वहीं अधिकारियों की ओर से उन्हें केवल झूठा आश्वासन दिया जाता है। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई को सभी षार्षदों की ओर से बैठक कर 27 जुलाई से धरना देने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद 22 जुलाई को डीएमसी ने शहर के पार्षदों व नगर पालिका के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। वहीं 29 जुलाई तक सभी विकास कार्यों के टेंडर लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक किसी भी विकास कार्यों के टेंडर नहीं लग पाए हैं।

नगर पालिका में दो साल से 20 बैठकों में 50 प्रस्ताव पास किए जा चुके है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्य धरातल पर नहीं शुरू हो पाया है। डीएमसी (उप नगर आयुक्त) से नपा चेयरमैन व अधिकारियों के साथ कई बार बैठक हो चुकी है। 15 जुलाई को डीएमसी के साथ हुई बैठक में शहर के मुख्य तीन कार्य डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, 11 हट्टा बाजार सड़क मार्ग, स्ट्रीट लाइटों के लिए टेंडर लगाने की चर्चा हुई थी। डीएमसी ने 29 जुलाई तक सभी टेंडर लगाने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक कोई टेंडर नहीं लगाए गए है। चेयरमैन व पार्षदों ने डीएमसी को 29 जुलाई तक समय दिया गया था, उसके बाद अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने का कहा गया है। 

सोमवार से धरना शुरू किया गया। 

उपप्रधान मंजू कौशिक, पार्षद राजेश, सुखबीर, सुरेंद्र, सोनू ने कहा जब तक शहर में विकास कार्य शुरू नहीं हो जाते तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। शहर के मुख्य तीन विकास कार्य है जिसमें, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, 11 हट्टा बाजार सड़क मार्ग, स्ट्रीट लाइट लगवाने का मुख्य है, लेकिन नपा अधिकारी इस ओर कतई गंभीर नहीं है। पिछले नौ माह के दौरान दो अधिकारी भ्रष्टाचार व धांधली के मामले में संस्पेड हो चुके है।

उदासीनता… एक कार्य का भी टेंडर नहीं करा पाए अधिकारी

15 जुलाई 2022 को शहर की इस सरकार में प्रधान, उप प्रधान व 15 वार्ड पार्षदों ने शपथ ली थी। इस दो साल के कार्यकाल में 20 बैठकों में करीब 15 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के लिए 50 प्रस्ताव पास किए गए। इनमें से 17 प्रस्ताव नपा के एजेंडे में शामिल थे जबकि 33 प्रस्ताव शहर के विकास को लेकर वार्ड पार्षदों की ओर से किए गए थे। इसमें 20 से अधिक बदहाल मुख्य सड़कों के साथ-साथ 150 गलियों का नव निर्माण व मरम्मत सहित डोर-टू डोर कचरा कलेक्शन का टेंडर शामिल था। प्रस्ताव पास होकर डीएमसी की मंजूरी भी मिली लेकिन अधिकारियों की उदासीनता का आलम यह है कि 50 कार्यों में से एक का भी टेंडर नहीं करा पाए।

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