23 जुलाई तक चलेगी पुलिस सिपाही पुरुष (सामान्य डयूटी) के लिए पीएमटी

5 हजार पदों के मुकाबले कुल 8 गुणा उम्मीदवार देंगे पीएमटी

पहले चरण में 23 जुलाई तक 6 गुणा उम्मीदवार बुलाए गए, शेष उम्मीदवारों की सूची बाद में की जाएगी जारी – हिम्मत सिंह

चंडीगढ़, 18 जुलाई – हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री हिम्मत सिंह ने कहा कि हरियाणा पुलिस में सिपाही पुरुष (सामान्य डयूटी) के 5 हजार पदों के लिए कुल 8 गुणा उम्मीदवार शारीरिक मापदंड परीक्षा (पीएमटी) देंगे। पहले चरण में 6 गुणा उम्मीदवारों का शेड्यूल जारी किया गया है, जिसके अनुसार, 16 जुलाई, 2024 से जिला पंचकूला के सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल खेल परिसर में पीएमटी शुरू हो चुकी है, जो 23 जुलाई तक चलेगी। पहले दिन 2 हजार उम्मीदवारों को बुलाया गया था, जबकि 18 जुलाई से प्रतिदिन 5-5 हजार उम्मीदवारों को पीएमटी के लिए बुलाया जाएगा।

श्री हिम्मत सिंह ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 8 गुणा के हिसाब से लगभग 40 हजार से अधिक उम्मीदवारों की पीएमटी होगी। इसके बाद सिपाही महिला (सामान्य डयूटी) के 1 हजार पदों के लिए भी पीएमटी की शेड्यूल जारी किया जाएगा। इनमें भी पदों की संख्या की तुलना में 8 गुणा उम्मीदवारों को पीएमटी के लिए बुलाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पीएमटी में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है और इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि किसी उम्मीदवार की जगह कोई और व्यक्ति पीएमटी देने न आया हो। आयोग का प्रयास है कि परीक्षा देने आने वाले उम्मीदवार पूरी तरह से संतुष्ट होकर जाएं।

पीएमटी की प्रक्रिया

हर उम्मीदवारों को प्रवेश के बाद कद-काठी की न्यूनतम पात्रता की डिस्पले स्लिप दी जाती है। उम्मीदवार द्वारा अपना नाम, पिता का नाम और उसे दिया गया चेस्ट नंबर बताना होता है, इस दौरान उम्मीदवार की आवाज की रिकॉर्डिंग की जाती है। इसके बाद, तीन अलग-अलग जगह पर उम्मीदवारों की बायोमेट्रिक और आई स्कैनिंग भी की जाती है।

उम्मीदवारों की संतुष्टि के लिए 20 डिजिटल मापदंड स्टैंड लगाए गए है। हर स्टेंड पर खेल विभाग के कोच व अन्य विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाई गई है। डिजिटल स्टैंड पर अभ्यर्थी अपने कद, काठी की जानकारी स्वयं डिस्पले बोर्ड पर देख सकते है।

मापदंड के समय यदि किसी उम्मीदवार को नॉट-क्वालीफाई घोषित किया जाता है, तो वह मौके पर ही अपील कर सकता है। अपील सुनने के लिए अलग से विशेष हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है। अपील के बाद यदि अधिकारियों को उचित लगता है तो उम्मीदवार को पुनः मापदंड की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

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