· 21 जुलाई तक का कार्यक्रम हुआ जारी, शुरुआत में जीटी रोड बेल्ट पर रहेगा फोकस · पहले सप्ताह भिन्न-भिन्न 9 जिलों के 14 विधान सभा क्षेत्रों में जाएंगे · भाजपा के कुशासन और 10 साल की विफलताओं को घर-घर तक पहुंचायेंगे व 15 सवालों के जवाब मांगेंगे – दीपेन्द्र हुड्डा · न केवल सरकार की पोल खोलेंगे अपितु कांग्रेस सरकार आने पर जनहित के क्या क्या काम करेंगे उनका संकल्प पत्र भी जन-जन तक पहुंचाया जाएगा – दीपेन्द्र हुड्डा चंडीगढ़, 13 जुलाई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कांग्रेस पार्टी द्वारा भाजपा के विरुद्ध ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ के नाम से प्रदेशव्यापी अभियान की शुरुआत 15 जुलाई को करनाल में पुरानी अनाज मंडी में इकट्ठे होकर नगर फेरी के साथ करेंगे। वे पहले सप्ताह भिन्न-भिन्न 9 जिलों के 14 विधान सभा क्षेत्रों में जाएंगे। शुरुआतमें पूरा फोकस जीटी रोड बेल्ट पर रहेगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान को वो स्वयं प्रदेश के सभी 90 विधानसभा हलकों में लेकर जाएंगे और इसके जरिए भाजपा के कुशासन, 10 साल की विफलताओं को घर-घर तक पहुंचायेंगे व 15 सवालों के जवाब मांगेंगे। इस दौरान न केवल सरकार की पोल खोलेंगे अपितु कांग्रेस सरकार आने पर जनहित के क्या क्या काम करेंगे उनका संकल्प पत्र भी जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने 21 जुलाई तक के जारी अपने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 15 जुलाई को दोपहर बाद करनाल, 16 जुलाई को दोपहर पूर्व अंबाला शहर, दोपहर बाद यमुनानगर; इसी प्रकार 17 जुलाई को दोपहर पूर्व राई और दोपहर बाद पानीपत ग्रामीण, 18 जुलाई को दोपहर पूर्व जुलाना, दोपहर बाद सोनीपत शहर, 19 जुलाई को दोपहर पूर्व नारनौन्द, दोपहर बाद जींद, 20 जुलाई को दोपहर पूर्व बरोदा, दोपहर बाद हांसी, 21 जुलाई को दोपहर पूर्व बावल और दोपहर बाद बादशाहपुर हलके में यह अभियान चलेगा। इसके आगे का विस्तृत कार्यक्रम आने वाले दिनों में जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत लोगों से सुझाव एकत्रित करके उनको कांग्रेस पार्टी द्वारा तैयार किये जा रहे जनता के घोषणा पत्र में शामिल कराया जाएगा, ताकि कांग्रेस सरकार बनने पर लोगों की उम्मीदों को पूरा किया जा सके। Post navigation चौधरी वीरेंद्र सिंह की तरह मेरे पास नहीं राज्यसभा के लिए 100 करोड़ : जयहिंद सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली में निरंतर सुधार करने में अहम भूमिका निभा रही स्कूल प्रबंधन समितियां : शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा