किसी भी दल से गठबंधन न करने का राग अलापने वाली बसपा ने पंजाब में अकाली दल से गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लडा था, उसका क्या हश्र हुआ, सबके सामने है : विद्रोही

12 जुलाई 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बने इनेलो-बसपा गठबंधन को भाजपा पेरोल का संघी कठपुतली गठबंधन बताया। विद्रोही ने कहा कि कुमारी मायावाती-बसपा के विगत दो सालों के राजनीतिक क्रियाक्लापों से उत्तरप्रदेश का बसपा का कोर वोटर भी समझ चुका है कि अपने व अपने परिवार के राजनीतिक व आर्थिक हितों की रक्षा के लिए ईडी, सीबीआई के दबाव में भाजपा के पेरोल पर भाजपा को अप्रत्यक्ष सहयोगी के रूप में काम कर रही है जिसकेे चलते उत्तरप्रदेश के बसपा के कोर वोटर भी उनका साथ छोड़ चुके है। किसी भी दल से गठबंधन न करने का राग अलापने वाली बसपा ने पंजाब में अकाली दल से गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लडा था, उसका क्या हश्र हुआ, सबके सामने है।

अब मोदी, अमित शाह के आदेश पर कुमारी मायावती ने हरियाणा में इनेलो से गठबंधन करके विधानसभा चुनावों में भाजपा को लाभ पहुंचाने की राजनीति करने की शुरूआत की है।  विद्रोही ने कहा कि वैसे भी हरियाणा के गरीब तबके ने कभी भी कुमारी मायावती को महत्व नही दिया और दलित वर्ग दृढ़ता के साथ कांग्रेस के साथ खडा रहता आया है। आज भी दलित व गरीब वर्ग कांग्रेस के साथ खडा है और अच्छी तरह से जानता है कि पर्दे के पीछे इनेलो सदैव ही भाजपा का सहयोग करती है और विपक्ष के रहने की नौटंकी करके सदैव ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने व भाजपा को लाभ पहुंचाने की राजनीति करती आई है। अब भाजपा का दूसरी अप्रत्यक्ष सहयोगी बसपा भी हरियाणा में भाजपा की चुनावी रणनीति के तहत इनेलो से गठबंधन करके जनता को ठगने का असफल कुप्रयास कर रहे है। परन्तु हरियाणा की जनता सबकुछ जानती है व भाजपा को सत्ता से तडीपार करके कांग्रेस को सत्ता सौंपने का मन बना चुकी है। ऐसी स्थिति में भाजपा की कोई भी तिकडम, चाल, षडयंत्र के झांसे में हरियाणा की जागरूक जनता नही आने वाली।   

error: Content is protected !!