पानी की निकासी का समुचित इंतजाम नहीं, शहर हुआ जलमग्न 

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। शहर की बदहाल हालत को लेकर बीते दिवस नगर परिषद के पार्षदों का धरना इस बात का प्रतीक है कि नारनौल नगर परिषद अब नरक परिषद बन गई है। शहर में जगह-जगह की गंदगी की ढेर पड़े हैं। नालियों व सीवरेज की सफाई न होने के कारण शहर में बारिश होते ही जल भराव हो जाता है। 

जनसमस्याओं को लेकर नगर पार्षदों के विरोध का पुरजोर समर्थन करते हुए समाजसेवी एवं भाजपा नेता वैद्य किशन वशिष्ठ ने कहा की नारनौल नगर परिषद के अधिकारियों की गलत कार्य प्रणाली के कारण वास्तव में ही ‘नरक परिषद’ के रूप में पहचान बनाती जा रही है । इससे ज्यादा शर्मनाक और कोई बात नहीं हो सकती। 

श्री वशिष्ठ ने कहा की बेशक में भारतीय जनता पार्टी का एक छोटा सा अनुशासित सिपाही हूं ।परंतु मेरे लिए राजनीतिक दल बाद में, सर्वप्रथम नारनौल क्षेत्र की देवतुल्य जनता का हित पहले है । उन्होंने कहा कि मैं पूरी शक्ति के साथ समस्त नगर पार्षदो की मांगों का संपूर्ण समर्थन करता हूँ। 

भाजपा नेता ने नरक परिषद के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तत्काल नगर की जनहित की मांगों को स्वीकार नही किया गया, तो वह स्वयं नरक परिषद नारनौल के मुख्यद्वार पर तालाबंदी करके अपना जोरदार विरोध प्रकट करेंगे। चाहे इसके लिए मुझे कोई भी गंभीर परिणाम भुगतना पड़े। मैने ना कभी इन बातों कि परवाह कि हैं और ना कभी आगे करूंगा। मैं केवल जनहित के लिए पैदा हुआ हूं। 

इस मामले को लेकर मैं आज ही नारनौल के लोकप्रिय विधायक ओम प्रकाश यादव से व्यक्तिगत भेंट करके इस मामले को उनके संज्ञान में लाऊंगा।

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