हाथरस के फुलराई गांव में भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा लोगों की मौत के लिए सत्संग आयोजक, भाजपा सरकार, पुलिस व प्रशासन समान रूप से जिम्मेदार : विद्रोही

3 जुलाई 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने उत्तरप्रदेश के हाथरस के फुलराई गांव में एक सत्संग में भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत व लगभग 50 लोगों के घायल होने की दुखद घटना पर गहरा दुख प्रकट किया। विद्रोही ने सत्संग में मची भगदड़ से मरे सभी श्रद्धालुओं के परिवारजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना प्रकट की, वहीं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। इस भगदड़ में 108 महिलाए, 7 बच्चे व एक व्यक्ति मौत के शिकार हुए।

सवाल उठता है कि सत्संग में जुटी भीड़ के लिए आवश्यक सुरक्षा प्रबंध क्यों नही किये गए? लगभग एक लाख से डेढ़ लोगों के लिए खेतों में बना छोटा सा पंडाल होना ही बताता है कि यह अपर्याप्त ही नही अपितु हादसे को खुला निमंत्रण था। वर्षा के मौसम में जब खेतों में पानी भरा था तब प्रशासन व पुलिस ने यहां सत्संग कार्यक्रम की अनुमति क्यों दी और आयोजकों ने पानी भरे खेतों में छोटे से पंडाल मेें एक से डेढ़ लाख लोगों को आमंत्रित क्यों किया? विद्रोही ने कहा कि हाथरस के फुलराई गांव में भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा लोगों की मौत के लिए सत्संग आयोजक, भाजपा सरकार, पुलिस व प्रशासन समान रूप से जिम्मेदार है। यह हादसा अपराधिक लापरवाही का नतीजा है। आयोजकों, सम्बन्धित पुलिस, प्रशासन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करके दोषियों को कडा दंड दिलवाया जाये।  

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