विधान सभा अध्यक्ष ने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की बैठक कहा – अतिक्रमण से परेशान नहीं होने चाहिए शहरवासी नेशनल हाईवे-73 पर 29 अवैध निर्माण हटाए, और भी हटेंगे चंडीगढ़, 26 जून – हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने पंचकूला को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए बुधवार को जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। गुप्ता ने कहा कि उन्होंने शहर को शानदार बनाने के लिए 7 सरोकारों की मुहिम शुरू की है। इन 7 सरोकारों में शहर को अतिक्रमण मुक्त करना प्रमुख है। इसलिए वे अपने मिशन को हर हाल में पूरा करना चाहते हैं। इसके लिए ने शहरवासियों से भी अतिक्रमण न करने की अपील की है। बैठक में शहर के महापौर कुलभूषण गोयल भी मौजूद रहे। बैठक में योजना बनी कि नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण समुचित समन्वय के साथ शहर को अतिक्रमण मुक्त करें। इसके लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि बिना ज्यादा औपचारिकताओं में पड़े इस जनहित के कार्य के लिए तुरंत पुलिस बल उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि रेहड़ी फड़ी को हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम, जबकि मार्केट्स के बरामदों से अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी एचएसवीपी की रहेगी। बैठक में वीटा बूथ धारकों द्वारा किए गए अतिक्रमण के मामले पर भी विस्तार से चर्चा हुई। वहीं, नेशनल हाईवे-73 पर हुए बड़े अवैध निर्माण पर भी कड़ा संज्ञान लिया गया। इस पर एनएचएआई की डीजीएम प्रियंका मीणा ने बताया कि वर्ष 2023 में एनएच-73 के पास से 29 अवैध निर्माण हटाए गए हैं। इन दोनों मामलों में संबंधित अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई होगी। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में प्रशासनिक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में नगर निगम आयुक्त, पुलिस उपायुक्त, एसएसवीपी के इस्टेट ऑफिसर शामिल हैं। अतिक्रमण हटाने की योजना इस कमेटी के द्वारा ही बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर को अतिक्रमण मुक्त करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अतिक्रमण को लेकर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और नगर निगम की निर्धारित पॉलिसी है। इसके अनुसार सख्त कार्रवाई अमल में लानी होगी। बैठक में पंचकूला के जिला उपायुक्त डॉ. यश गर्ग, पंचकूला नगर निगम के आयुक्त सचिन गुप्ता, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त सिमरनजीत कौर, पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक, एसीपी जोगिंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मानव मलिक, एनएचएआई की डीजीएम प्रियंका मीणा समेत अनेक अधिकारी मौजदू रहे। Post navigation हरियाणा के मुख्य सचिव ने उपायुक्तों के साथ की बाढ़ नियंत्रण कार्यों की समीक्षा हरियाणा में दिन दिहाड़े गोलियां मारी जा रही और फिरौती मांगी जा रही: डॉ सुशील गुप्ता