भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। हरियाणा में चुनाव संपन्न हुए लेकिन पंजाब के चुनाव बाकी हैं इसलिए चुनावी माहौल अभी खत्म नहीं हुआ। आज भी भाजपा की चुनाव विश्लेषण वाली मीटिंग में मुख्यमंत्री नायब सैनी बिल्कुल चुनावी भाषा में बात कर रहे थे। मीटिंग विश्लेषण के लिए थी लेकिन विश्लेषण की कोई बात उनके द्वारा कही नहीं गई। हां, कांग्रेस पर गालियों या आक्षेपों सिलसिला जारी रहा और चुनावी भाषा में कहा कि चंडीगढ़ मिलाकर 11 सीटें हम जीत रहे हैं और मैं पंजाब चुनाव प्रचार में जा रहा हूं।

दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का भी दावा है कि हम दस की दस सीटें जीत रहे हैं और भाजपा ने समाज के लिए पिछले दस वर्षों में कोई काम नहीं किया। 4 तारीख को दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

चुनाव की समीक्षा में अक्सर चर्चा होती है कि अमुक समुदाय ने वोट दिया या नहीं दिया। हमारे अपने क्षेत्र में वोटिंग कितनी हुई, इसकी कोई चर्चा नहीं हुई। मुख्यमंत्री के अपने गृह क्षेत्र में वोटिंग घट गई। किसान और जवान भाजपा से रुष्ट नजर आए। याद आ रहा है कि आज के ही दिन पंडित जवाहर लाल नेहरू का स्वर्गवास हुआ था और उनके पश्चात एक गरीब निर्धन लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंत्री की कमान संभाली थी और उन्होंने नारा दिया था जय जवान-जय किसान और वर्तमान में भाजपा से दोनों ही रुष्ट नजर आ रहे हैं। क्या होगा 4 जून बताएगा।

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