राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में स्थापित किए जाएंगे पजल कॉर्नर

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुनीराम ने वितरित किए प्रमाणपत्र

गुरुग्राम, 18 मई। अक्सर पहेलियां विद्यार्थियों को हल खोजने के लिए प्रेरित करती हैं । पहेलियों के साथ एक और अच्छी बात है कि इन्हें सुलझाते समय विद्यार्थियों को हल करने का तरीका खुद ही खोजना पड़ता है । पहेलियां हल करने से छात्रों में सोचने का कौशल तो विकसित होता ही है ।

एससीईआरटी निदेशक सुनील बजाज ने प्रशिक्षण ले रहे प्राथमिक शिक्षकों को बताया की पूर्व-बीजगणितीय पहेलियाँ छात्रों को बुनियादी कार्य करने के लिए तैयार करने और उन्हें समस्या-समाधान कौशल बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मजेदार प्रतिस्थापन का उपयोग करती हैं । पजल्स अमूर्त तर्क को बढ़ावा देते हैं और छात्रों को उनके सामने आने वाली समस्याओं के बारे में गंभीरता से सोचने की चुनौती देते हैं ।

प्रधानाचार्य राम किशोर पुनिया ने अपने ऊर्जावान भाषण में कहा कि शिक्षा की नींव मजबूत करना इस ट्रेनिंग का उद्देश्य है और वह आशा करते हैं कि सभी शिक्षक यहां पर अर्जित ज्ञान का प्रयोग अपनी कक्षाओं में पूरी दक्षता के साथ करेंगे ।

निपुण नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को विभाग द्वारा जारी शिक्षक संदर्शिका के आधार पर नवाचार और गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान में दक्ष बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है जिससे वह उन्हीं क्रियाविधियों को अपनाते हुए कक्षा शिक्षण कराकर बच्चों को भाषा और गणित में दक्ष करते हैं । इस कार्यक्रम का उद्देश्य कक्षा बालवाटिका से लेकर कक्षा पांचवी तक तक के सभी बच्चों को भाषा और गणित में दक्ष करना है ।

जिला गुरुग्राम के विभिन्न खंडों में जिले के सभी प्राथमिक शिक्षकों के लिये निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत चार दिवसीय प्राथमिक अध्यापक प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक एवम निपुण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान कार्यक्रम का विस्तारीकरण कर कक्षा चौथी एवम पांचवी कक्षा को भी शामिल किया जा रहा है ।

राज्य की एससीईआरटी संस्था के निदेशक सुनील बजाज ने ट्रेनिंग सेंटर राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 4/7 का दौरा किया । सभी अध्यापकों के साथ बातचीत करते हुए निदेशक सुनील बजाज ने शिक्षा में पजल्स की महत्ता के बारे में बताया । उन्होंने कहा कि एससीईआरटी द्वारा हरबंस पजल्स एवम कश्मीरी अमृत नामक पजल्स का निर्माण किया गया है एवम इसको विद्यार्थियों हेतु राज्य के सभी स्कूलों में एक पजल कॉर्नर की स्थापना की जाएगी ताकि बच्चे इनको हल कर सके ।

एससीईआरटी निदेशक सुनील बजाज ने बताया कि पहेलियों से बच्चे की एकाग्रता और व्याख्या कौशल में सुधार होता है । प्रशिक्षण केंद्र के सभी अध्यापकों ने पजल्स के बारे में अपना फीडबैक लिखित रूप में भी जमा करवाया ।

मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि पजल्स या पहेली द्वारा संदर्भ के बारे में सोचने और अर्थ की परतों को समझने में सक्षम होना एक महत्वपूर्ण कौशल है, और पहेलियाँ शिक्षार्थियों की इस क्षमता को निखारने में मदद करती हैं । समस्या-समाधान पहलू एक छात्र के एकाग्रता स्तर में भी सुधार कर सकता है । पजल गेम दुनिया का सबसे अच्छा दिमागी खेल हैं । पजल को सुलझाना मतलब दिमाग का पूरा व्यायाम करना । पहेली की विभिन्न शैलियाँ हैं, जैसे क्रॉसवर्ड पहेलियाँ, शब्द-खोज पहेलियाँ, संख्या पहेलियाँ, संबंधपरक पहेलियाँ, और तर्क पहेलियाँ ।

इसी बीच जिला शिक्षा मौलिक अधिकारी मुनी राम ने सभी अध्यापकों से बातचीत कर सेंटर पर व्यवस्थाओं जैसे, प्रिंट मैटेरियल क्यूआर कोड से हाजरी, मग प्रिटिंग भोजन और जलपान आदि के बारे में जानकारी ली और सभी अध्यापकों को मोटिवेट करते हुए कहा कि आप सभी प्रशिक्षण उपरांत अपने स्कूलों में निपुण लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कार्य करेंगे । इसके साथ ही उन्होंने शिक्षक संदर्शिका व कार्यपुस्तिका के सही प्रयोग पर भी बल दिया और सभी अध्यापकों से नामांकन को बढ़ाने का आह्यवान किया ताकि प्रत्येक बच्चे को विद्यालय में दाखिल किया जा सके ।

खंड शिक्षा अधिकारी सुदेश राघव ने भी सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि इसके द्वारा हमें अपने अध्यापन कौशलों को विकसित करने के अवसर प्राप्त होते हैं ताकि हम अपने शिक्षण को और अधिक प्रभावी बना सकें ।

निपुण प्रोग्राम नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि अभी तक सभी खंडों के करीब 460 अध्यापक यह प्रशिक्षण कर चुके हैं ।गुरुग्राम जिला टीम निपुण हरियाiणा मिशन कार्यक्रम को धरातलीय स्तर पर लागू करने हेतु प्रयासरत एवम प्रतिबद्ध है और सभी अध्यापकगण भी प्रयास कर रहें है ताकि इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलें मिलेंगे ।

इस दौरान जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने सभी मेंटर्स का हौसला अफजाई की और अध्यापकों ने अपना फीडबैक भी दिया । प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार, ब्लॉक कॉर्डिनेटर राजीव ढुल, सोनम यादव एबीआरसी, प्रियंका, प्रवीण कुमारी, रीना यादव, ज्योति, उर्वशी, नेहा मित्तल, ऋतु, शोभना, संजय, मीनाक्षी मौजूद रहे ।

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