हरियाणा भाजपा सरकार ने किसानों की 8 से 10 प्रतिशत सरसों खरीदकर सरकारी खरीद बंद करके एकबार फिर किसानों को ठगने का काम किया है : विद्रोही

अहरीवाल क्षेत्र के किसानों का 90 प्रतिशत उत्पादन एमएसपी पर न खरीदना किसानों के साथ धोखाधडी व उनका आर्थिक शोषण है : विद्रोही

8 मई 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि किसान सरसों का एक-एक दाना एमएसपी 5650 रूपये प्रति क्विंटल भाव पर खरीदने का दमगज्जा मारने वाली हरियाणा भाजपा सरकार ने किसानों की 8 से 10 प्रतिशत सरसों खरीदकर सरकारी खरीद बंद करके एकबार फिर किसानों को ठगने का काम किया है। विद्रोही ने कहा कि किसानों की 90 से 92 प्रतिशत सरसों की खरीद न करना धोखाधडी नही तो और क्या है? भाजपा बार-बार झूठे दावे करती है कि वह किसानों की फसले एमएसपी पर खरीदती है, पर जमीनी धरातल का कटु सत्य यह है कि भाजपा सरकार ने विगत 10 सालों में कभी भी किसानों की 6 प्रतिशत से ज्यादा फसल एमएसपी पर नही खरीदी। किसानों को अपनी 94 प्रतिशत फसलों के भाव के लिए आढतियों पर निर्भर रहना पड़ता है। अनाज व्यापारी किसानों की फसले न्यूनतम समर्थन मूल्य से कही कम भाव पर फसले खरीदते है।  

विद्रोही ने कहा कि जिस अहीरवाल क्षेत्र के एकतरफा समर्थन के बल पर हरियाणा में विगत दो बार भाजपा ने सरकार बनाई, उसी अहीरवाल क्षेत्र के किसानों को भाजपा बार-बार जुमलेबाजी से ठगतीे है और अपने किये किसी वादे पर नही टिकती। हरियाणा में अहीरवाल क्षेत्र ही सबसे ज्यादा सरसों का उत्पादक क्षेत्र है। इस क्षेत्र में मात्र 2 से 3 प्रतिशत जमीन ही नहरी पानी से सिंचित होती है। खेती के लिए अहीरवाल का किसान क्या तो प्रकृति की वर्षा पर निर्भर है या बिजली आधारित नलकूपों पर अहीरवाल की खेती निर्भर है। खेतों की सिंचाई के लिए पानी के अभाव में इस क्षेत्र के किसान सरसों की बिजाई ज्यादा करते है, क्योंकि सरसों कम पानी में भी अच्छा उत्पादन देती है। विद्रोही ने कहा कि ऐसी स्थिति में अहीरवाल के किसान की आर्थिक स्थिति सरसों पर ज्यादा निर्भर करती है। जहां सरसों का एमएसपी 5650 रूपये प्रति क्विंटल है जबकि खुले बाजार में किसान को सरसों का भाव 4500 से 5000 रूपये प्रति क्विंटल मिलता है। एमएसपी पर सरसों न बिकने से घाटे की खेती में पिसता किसान और कर्ज बोझ से दब रहा है।

अहरीवाल क्षेत्र के किसानों का 90 प्रतिशत उत्पादन एमएसपी पर न खरीदना किसानों के साथ धोखाधडी व उनका आर्थिक शोषण है। ऐसी स्थिति में भाजपा सरकार अपने वादे अनुसार किसान सरसों का एक-एक दाना एमएसपी 5650 रूपये प्रति क्विंटल पर खरीदकर अपनी कथनी-करनी एक करे।    

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!