पांच गांव के ग्रामीणों का 9 अप्रैल 2023 से अनिश्चितकालीन धरना

बुधवार 1 मई को अपने-अपने गांव में बहिष्कार के लिए करेंगे पंचायत

फतह सिंह उजाला 

पचगांव / पटौदी 28 अप्रैल । एक तरफ तापमान बढ़ने के साथ-साथ चुनाव का माहौल भी गर्म होता आ रहा है। वही सत्ता पक्ष भाजपा के नेताओं के द्वारा अपनी और उम्मीदवारों की जीत की जमीन मजबूत बनाने के लिए कसरत की जा रही है । इसी कड़ी में भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह 29 अप्रैल मंडे को अपना नामांकन दाखिल करने के साथ-साथ गुरुग्राम में जनसभा भी करेंगे। वहीं बुधवार एक मई को पटौदी विधानसभा क्षेत्र जो की राव इंद्रजीत सिंह का राजनीतिक गढ़ रहा है, वहीं पुरानी हेली मंडी अनाज मंडी मंडी में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर तथा स्वयं राव इंद्रजीत सिंह चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए पहुंच रहे हैं। इस सभा में अधिक से अधिक भीड़ जुटाना के लिए पटौदी  क्षेत्र के एमएलए और भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट सत्य प्रकाश जरौटा के द्वारा भी पसीना बहाया जा रहा है।

इस सब के विपरीत पटौदी क्षेत्र के ही कुकड़ोला पचगांव चौक पर करीब आधा दर्जन गांव के ग्रामीण के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। यह धारणा 1128 एकड़ जमीन के मामले को लेकर 9 अप्रैल 2023 से लगातार जारी है । संडे को भी पचगांव चौक पर ही गांव नैनवाल के निवासी रामकुमार की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। धरना स्थल पर आयोजित इस पंचायत में गांव कुकड़ोला, नैनवाल, फाजीलवास, सहरावन, पुखरपुर के मोजिज लोगो ने अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई । पंचायत में   मुख्य रूप से सुभाष नैनवाल, अजय सहरावण, हेम चन्द्र नंबरदार सहरावन,  कृष्ण फोजी, राममेहर, जयपाल, अजय पूर्व सरपंच कुकड़ोला सहित आसपास के गांव से भी बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे ।

विभिन्न वक्ताओं ने कहा जमीन के मामले को लेकर और अपने हक सहित समस्या के समाधान के लिए ग्रामीण पिछले लंबे समय से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हुए हैं । इतना ही नहीं विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रशासनिक अधिकारियों से भी मुलाकात कर कई बार ज्ञापन दिए जा चुके हैं । समस्या के समाधान के लिए कई दौर की ग्रामीण और शासन प्रशासन के बीच बातचीत होने के बाद भी समस्या का समाधान के लिए सरकार गंभीर दिखाई नहीं दे रही। 1128 एकड़ जमीन का मामला विधानसभा में भी उठाया जा चुका है । लेकिन समस्या वही की वहीं पर ही खड़ी हुई है।

पंचायत में विभिन्न वक्ताओं ने कहा कठोर निर्णय लेने का समय आ गया है । अपने हकूक के लिए ग्रामीण अथवा प्रभावित किसानों को या जमीन मालिकों को ठोस फैसला करना ही होगा। इस फैसले के लिए आगामी बुधवार 1 मई उपरोक्त पांच गांव के प्रबुद्ध ग्रामीण अपने-अपने गांव मे लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के लिए पूरे के पूरे गांव की सहमति के लिए ग्रामीण स्तर पर पंचायत का आयोजन करेंगे। इसके बाद आगामी 5 मई संडे को एक बार फिर से कुकड़ोला गांव पचगांव चौक पर ही महा पंचायत का आयोजन कर कोई ना कोई ठोस निर्णय अवश्य किया जाएगा।

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