ऑनलाईन ऐप के माध्यम से लोन देकर, लोन नहीं चुकाने वाले लोगों की फोटो मॉर्फ करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल करने की धमकी देकर वसूली करने के मामले में 09 आरोपी गिरफ्तार।

कब्जा से 08 मोबाईल फोन व 01 सिम बॉक्स बरामद।

गुरुग्राम : 11 अप्रैल 2024 – दिनांक 03.04.2024 को एक महिला ने पुलिस थाना साईबर अपराध, पश्चिम गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि इसने एक ऑनलाईन ऐप FINSARA से 03 हजार रुपए का लोन लिया था। लोन समय पर नहीं भर पाने के कारण लोन ऐप से व्यक्तियों द्वारा फेसबुक पर इसकी गंदी पोस्ट डालकर तथा व्हाट्सएप पर बार-बार आपत्तिजनक फोटो डालकर इसको परेशान किया तथा पैसे नहीं देने पर इसके परिवार के सदस्यों को फोटो भेजने की धमकी दी। इस शिकायत पर थाना साईबर अपराध, पश्चिम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशानुसार निरीक्षक नवीन कुमार, प्रबंधक थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग में दिनांक 10.04.2024 को 09 आरोपियों को उद्योग विहार, गुरुग्राम से काबू किया। आरोपियों की पहचान गौरव वाधवा निवासी सिरसा, राहुल जैन निवासी ड्रीम अपार्टमेंट सैक्टर-22 द्वारका दिल्ली, रोहन पलहा निवासी लाल लगुने अपार्टमेंट सैक्टर-54, गुरुग्राम, रोहित कुमार निवासी गांव बेहटा जिला दरभंगा (बिहार), बृजेंद्र सिंह निवासी गांव प्रहलादपुर जिला औरैया (उत्तर-प्रदेश), पवन कुमार निवासी बसई जिला अलवर (राजस्थान), अवनीश गिरी निवासी गांव बिशनपुर जिला आजमगढ़ (उत्तर-प्रदेश), शिशु कुमार निवासी गांव लोयाबाद जिला धनबाद (झारखंड) व विवेक निवासी गांव सोनपुर जिला छपरा (बिहार) के रूप में हुई।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी रोहन, गौरव व राहुल लोन देने वाली कंपनी/ऐप FINSARA के मालिक हैं। रोहित कुमार मैनेजर, बृजेंद्र सिंह व पवन कुमार टीम लीडर तथा अवनीश गिरी, शिशु कुमार व रितेश रिकवरी एजेंट है तथा लोन ऐप के माध्यम से लोगों को लोन देने का काम करते हैं। लोन वापिस नही करने पर लोगों से लोन रिकवरी के लिए इन्होंने अन्य लोग रखे हुए हैं जो लोन नहीं चुकाने पर पीड़ित की फोटो मॉर्फ करके उसको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व उसके परिवार वालों के पास भेजने की धमकी देकर वसूली करने का काम करते हैं। इसके लिए टीम लीडर्स को 25 हजार रूपए महीना तथा रिकवरी एजेंट को 14 हजार रुपए महीना मिलता है।

आरोपियों के कब्जा से 08 मोबाईल फोन व 01 सिम बॉक्स बरामद किया गया है।

पुलिस टीम द्वारा अभियोग में नियमानुसार आगामी कार्यवाही की जा रही है। अभियोग का अनुसंधान जारी है।

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