भुंगारका गांव में विवाहिता की संदिग्ध हालत में मौत 

पीहर पक्ष ने शव उठाने से मना किया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग पर अड़े

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। उपमंडल के गांव भुंगारका में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर फंदा लगाकर मारने का आरोप लगाया है। मैं का पक्ष के लोग पोस्टमार्टम रिपोर्ट नए मिलने तक सब उठाने को राजी नहीं है। पुलिस ने विवाहिता के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। महिला की शादी को अभी 3 साल ही हुए हैं पुलिस उसके परिजनों को मनाने के प्रयास में लगी है।

पुलिस शिकायत में रेवाड़ी जिले के गांव डूंगरवास निवासी नारायण हरि ने बताया कि उसकी बेटी प्रिया की शादी 28 अप्रैल 2021 में भुंगारका निवासी नितेश के साथ हुई थी। इस शादी में करीब आठ लाख रुपये खर्च किए थे, इसके साथ घरेलू सामान भी दिया था। उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया कि लड़के पक्ष के लोग शादी में दिए गए सामान से खुश नही थे। उसकी बेटी के साथ उसके पति सहित परिवार के अन्य सदस्य बुलेट बाइक व दो लाख रुपये की मांग कर रहे थे।

शिकायत में बताया कि उसकी बेटी के मना करने पर उसे दहेज के लिए उपरोक्त सभी लोग मारपीट, गाली गलोच और प्रताड़ित करते थे। शादी के बाद से दहेज के लिए बार-बार मांग कर रहे थे। उसकी बेटी का देवर कहता था कि वह पुलिस में है, तुम मेरा कुछ नही बिगाड़ सकते और पुलिस में होने की धमकी देता था। शिकायत में बताया कि आठ अप्रैल की सुबह उक्त लोगों ने उसकी पुत्री पर दहेज के लिए दबाव बनाया।

परिजन बोले मारपीट कर फंदा लगाया

मायका पक्ष का आरोप है कि उसकी बेटी का देवर पुलिस में लगा हुआ है तथा कहता है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अब गत दिवस उसकी पुत्री को दहेज के लिए सभी ने दबाव बनाया तथा सभी लोगों द्वारा उसकी पुत्री के साथ मारपीट की। इसके बाद उन्होंने उनकी पुत्री को फांसी का फंदा लगाकर मार दिया। इसकी जानकारी उन्हें उनकी पुत्री की देवरानी पूजा ने दी।

जब वे वहां पर पहुंचे तो देखा कि उनकी लड़की को आरोपियों ने जमीन पर लेटा कर रखा हुआ है । जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मतृका का शव कब्जे में लेकर नारनौल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया।

मतृका के शव का पोस्टमार्टम हो जाने के बाद परिजनों ने उसका शव नहीं उठाया। परिजनों का कहना था कि पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर उन्हें रिपोर्ट नहीं दे रहा। जबकि पुलिस दबाव बना रही है की मृतक का शव पोस्टमार्टम गृह से उठा लिया जाए। इसलिए जब तक उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिल जाती वह शव को नहीं उठाएंगे।

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