कब्जा से वारदात में प्रयोग किए गए मोबाईल फोन भी बरामद।

गुरुग्राम: 08 अप्रैल 2024 – श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशानुसार कार्य करते हुए निरीक्षक सवित कुमार, प्रबंधक थाना साईबर पूर्व, गुरूग्राम की पुलिस टीम ने ‘प्रतिबिंब एप्लिकेशन’ की मॉनिटरिंग व पुलिस तकनीकी की सहायता से कल दिनांक 06.04.2024 को मकान नम्बर E-145, सैक्टर 56, गुरुग्राम से अवैध/फर्जी तरीके से फोन कॉल पर लोगों को जानकर बताकर तथा इमरजेंसी के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने वाले 04 आरोपियों को काबू किया गया, जिनकी पहचान विकेश सिंह निवासी गाँव मोनाका जिला डीग भरतपुर (राजस्थान) उम्र-27 वर्ष, रामभरोसी निवासी गाँव घोघोर जिला भरतपुर (राजस्थान) उम्र-24 वर्ष, जगमोहन निवासी गाँव चूल्हेरा जिला डीग भरतपुर (राजस्थान) उम्र-19 वर्ष व शुभम गाँव चूल्हेरा जिला डीग भरतपुर (राजस्थान) उम्र-22 वर्ष के रुप मे हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही करते हुए थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में धारा 419, 420, 34 IPC के तहत नियमानुसार अभियोग अंकित करके आरोपियों अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी पहले फोन-पे पर नंबर चेक करते हैं कि वह नंबर फोन-पे पर है या नहीं, उसके बाद जो मोबाईल नंबर फोन-पे पर लॉगिन/रजिस्टर्ड होता है तो ये उस नंबर पर कॉल करके उस व्यक्ति को उसका जानकर बताकर पहचान के लिए बोलते हैं वह व्यक्ति जिसका नाम लेता है ये वही बनकर उससे अपने किसी रिश्तेदार को अस्पताल में भर्ती होने की बात कहकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं तथा जो व्यक्ति इनको पहचान से मना कर देता है उसके पास उसके बैंक खाता में रुपए भेजने का झूठा मैसेज भेज कर उनसे कहते हैं कि उसके पास गलती से रुपए ट्रांसफर हो गए इसलिए वह रुपए वापस मंगवाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि ठगी गई राशि को ये इनके अन्य साथी के बैंक खाता में ट्रांसफर कर देते हैं इनका साथी 30% कमीशन रखकर बाकी रुपए इन्हें नगद दे देता है। उपरोक्त आरोपी पहले अपने गांव में ही रहकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे तथा गुरुग्राम में आकर 5-6 दिनों से ठगी की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय थे।

उपरोक्त आरोपियों द्वारा ठगी में प्रयोग किए जाने वाले मोबाईल फोन भी इनके कब्जा से बरामद किए गए है। आरोपियों को आगामी कार्यवाही के लिए माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है।

यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि बढ़ते साईबर अपराधों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साईबर क्राईम कोआर्डिनेशन सेंटर (I4C) द्वारा प्रतिबिंब पोर्टल तैयार किया है और इसकी मदद से किसी इलाके में सक्रिय साईबर अपराधियों की रियल टाइम जानकारी उस क्षेत्र की पुलिस को मिल जाती है। जिससे त्वरित कार्यवाही करने का मौका स्थानीय पुलिस के पास उपलब्ध रहता है। गुरुग्राम पुलिस बढ़ते साईबर अपराध को रोकने मे तथा आपराधियों को पकड़ने मे पूर्ण निष्ठा से कार्यरत है।

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