गेमिंग ऐप में बैंक खाता जोड़कर रुपए कमाने का लालच देकर लोगों से बैंक खाते प्राप्त करके उन बैंक खातों को साईबर ठगों को उपलब्ध कराने वाले एक AU small finance Bank कर्मचारी सहित 02 आरोपी गिरफ्तार।

अलग-अलग साईबर ठगी के मामलों में संलिप्त अब तक 10 बैंक कर्मचारियों को गुरुग्राम पुलिस द्वारा किया जा चुका है गिरफ्तार।

गुरुग्राम : 08 अप्रैल 2024

▪️अभियोग का संक्षिप्त विवरण : दिनांक 25.01.2024 को एक व्यक्ति ने थाना साईबर अपराध मानेसर, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि स्नैपचैट पर इसने एक रेनो कार हायर नाम से एक एडवर्टाइजमेंट देखी थी। इसके बाद इसने वहां पर अपनी डिटेल्स भर दी कुछ समय बाद कुछ व्यक्तियों द्वारा टेलीग्राम के माध्यम से इससे संपर्क करके वर्क फ्रॉम होम करके पैसा कमाने का लालच दिया व इससे करीब 01 करोड़ 12 लाख 99 हजार रुपए की ठग लिए। इस शिकायत पर थाना साईबर अपराध मानेसर, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

▪️पुलिस कार्यवाही : श्री प्रियांशु दिवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के निर्देशानुसार निरीक्षक सुनील कुमार, प्रबंधक थाना साईबर अपराध, मानेसर ने अपनी पुलिस टीम के साथ कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग में 02 आरोपियों को काबू किया। आरोपियों की पहचान जैलदार बरार व नितेश के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपी जैलदार बरार को दिनांक 06.04.2024 को गुरुग्राम से तथा आरोपी नितेश को दिनांक 07.04.2024 को जयपुर से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

▪️आरोपियों/अभियुक्तों का संक्षिप्त विवरण :

  1. जैलदार बरार निवासी पवन पुरी ईस्ट चाहरन का फाटक जयपुर (राजस्थान) उम्र-31 वर्ष।
  2. नितेश निवासी गांव चोमू जयपुर (राजस्थान) उम्र-38 वर्ष।

▪️आरोपियों से पुलिस पूछताछ : आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी जैलदार बरार AU फाइनेंस बैंक में काम करता था तथा आरोपी नितेश बिरला इंश्योरेंस कंपनी में काम करता है। आरोपी जैलदार बरार ने बताया कि उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता से ठगी गई राशि में से लगभग 26 लाख की राशि अखिल ट्रेडिंग नाम के एक बैंक खाते में ट्रांसफर की गई थी, जिस बैंक खाते को इसने अपने एक अखिल नामक साथी से लेकर ठगी करने वाले इसके अन्य साथियों/साईबर ठगों को उपलब्ध करवाया था, जिसके बदले में इसको 01 लाख रुपए मिले थे तथा उपरोक्त बैंक खाता में ठगी गई राशि में से 2% कमीशन अखिल को दिया गया था। अखिल के बैंक खाता में अब तक धोखाधड़ी की करीब 4.5 करोड़ की राशि ट्रांसफर किए जा चुके है।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने यह भी बतलाया कि यह दोनों (आरोपी उपरोक्त) मिलकर गेमिंग ऐप में बैंक खाता जोड़ने के नाम पर लोगों से बैंक खाता लेकर उन बैंक खातों को साईबर ठगी करने वाले अपने अन्य साथियों को उपलब्ध करवाते हैं जो ट्रेडिंग व गेमिंग के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं। एक बैंक खाता उपलब्ध करवाने के लिए ये 01 लाख रुपए प्राप्त करते है।

▪️बरामदगी : पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से 30 हजार रूपए बरामद किए गए है।

▪️आगामी कार्यवाही : आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश करके आगामी कार्यवाही की जाएगी। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

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