कैथल, 05 अप्रैल – ये देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय है। जहां कैथल में इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता के कार्यक्रम की परमिशन मांगने पर चुनाव आयोग द्वारा कार्यक्रम की परमिशन भी रद्द कर दी और भद्दी गालियां भी लिख दी गई। इससे एक बात तो साबित होती है कि कैथल में अधिकारी नहीं बल्कि बीजेपी के एजेंट चुनाव आयोग के दफ्तर में बैठे हैं। चुनाव आयोग को सभी पार्टियों के लिए लेवल प्लेइंग फील्ड सुनिश्चित करनी होगी। जो प्रशासनिक अधिकारी आचार संहिता का सम्मान नहीं करते उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का काम है। बार बार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जिनसे लगता है कि चुनाव आयोग अपनी भूमिका निभाने में विफल हो रहा है। Post navigation पांच साल बाद जनता के पास हिसाब किताब करने का मौका आया : अनुराग ढांडा कैथल की अनाज मंडी में रणदीप सुरजेवाला व सुशील गुप्ता ने किया डोर टू डोर अभियान