हरियाणा की विभिन्न मंडी में सवा तीन लाख टन सरसों खरीद का टारगेट

किसान 1 दिन में अधिकतम 25 क्विंटल सरसों बेच सकेगा

जाटोली अनाज मंडी में अभी तक 28653 क्विंटल सरसों की आवक

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम / जाटोली 31 मार्च । देश भर के किसान संगठन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को लेकर आंदोलन कर रहे हैं । इस मुद्दे पर लगातार बहस जारी है । दूसरी तरफ सरकार और सरकारी एजेंसियों के द्वारा काला सोना अर्थात सरसों की सरकारी खरीद का कथित रूप से टारगेट फिक्स किया गया है। जानकारों का मानना है कि जिस प्रकार से काला सोना सरसों खरीदने का टारगेट फिक्स किया गया ! उसे देखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी या फिर कानून की मांग को सही ठहराया जा सकता है।

सूत्रों से उपलब्ध जानकारी के मुताबिक वर्ष 2024 के दौरान देशभर में काला सोना अर्थात सरसों की कुल पैदावार का 25 प्रतिशत किसानों से खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । हरियाणा प्रदेश में सरसों की खरीद विभिन्न सरकारी एजेंसियों के द्वारा मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में आरंभ की जा चुकी है। जिला गुरुग्राम की सबसे बड़ी जाटोली अनाज मंडी में 26 मार्च से लेकर 29 मार्च के बीच में 28653 क्विंटल सरसों की आवक दर्ज की गई। 30 मार्च को सरसों की सरकारी खरीद क्षेत्र में बरसात और ओलावृष्टि के वजह से नहीं की गई । जाटोली अनाज मंडी में सरकारी एजेंसी के द्वारा 26887 क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी है । इसके अलावा 203 क्विंटल सरसों खुले बाजार में किसानों के द्वारा बिक्री के लिए लाई गई।

बताया गया है कि किसानों के द्वारा उपजाई गई सरसों में से प्रत्येक किला की 8 क्विंटल सरसों खरीद की जाएगी । इसके साथ ही प्रत्येक किसान से एक ही दिन में 25 क्विंटल सरसों खरीद का लक्ष्य रखा गया है । इसी कड़ी में किसानों का यह भी आरोप है कि पोर्टल पर जितने रकबे में उनके द्वारा सरसों का उत्पादन अथवा बजाई दर्ज की गई, उसके मुकाबले बहुत कम वजन में सरसों खरीद अथवा बिक्री के लिए मोबाइल पर मैसेज आ रहे हैं । इसी कड़ी में सरसों खरीद से संबंधित अधिकारियों के मुताबिक किसी वजह से यदि किसानो की सरसों की उपज पोर्टल पर दर्ज किया जाने में किसी भी प्रकार की कमी है । तो उसको सही करके मुख्यालय भेजा जा रहा है और सरकार के नियमों के मुताबिक सरसों की खरीद की जाएगी। किसानों का आह्वान किया गया है की मंडी में अपनी फसल बिक्री के लिए लाने से पहले अच्छे प्रकार से साफ करते हुए सुखाकर ही लेकर आए।

सरसों अथवा काला सोना का देश भर में सूत्रों के मुताबिक 125 लाख टन पैदावार होने का अनुमान लगाया गया है । इसमें से हरियाणा प्रदेश की विभिन्न मंडियों  में 3 लाख 25 हजार टन खरीदने का लक्ष्य रखा गया है । जिला गुरुग्राम की बात की जाए तो जिला गुरुग्राम की विभिन्न अनाज मंडी में 32 हजार 500 टन सरसों खरीद का टारगेट फिक्स किया गया है । एक तरफ तो विभिन्न मंडी में सरसों की आवक के बाद ढेर लगे हैं और अभी इसकी लिफ्टिंग किया जाना है । वहीं 1 अप्रैल सोमवार से विभिन्न मंडी में गेहूं की सरकारी खरीद आरंभ हो जाएगी।

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