श्रीमद् भागवत कथा में सुनाया श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता का प्रसंग, मित्रता हो तो सुदामा और द्वारकाधीश जैसी

मेरे सरकार का दरबार बड़ा प्यारा है ,कृष्ण मेरा प्यारा, गोविंद बड़ा प्यारा है भजन पर झूमे श्रद्धालु 

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। शहर की अनाज मंडी के गोस्वामी मार्केट में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में सोमवार को कथावाचक पंडित रवि कृष्ण शास्त्री ने प्रथम पुत्र प्रधुम्न का चरित्र, भगवान श्री कृष्ण के अन्य सभी 16 हजार 108 विवाह का वर्णन, भागवत धर्म का वर्णन, सुदामा चरित्र, जरासन्ध का वध आदि प्रसंगों पर प्रकाश डाला। कथा का समापन मंगलवार को हवन भण्डारें से होगा।

श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि मित्रता हो तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी हो। मनुष्य जीवन में मित्रता को कैसे निभाया जाए यह सीख श्रीकृष्ण व सुदामा के मित्रता के प्रसंग का अनुशरण कर समझ सकते हैं। जीवन में जब तक सुशीला जैसे धर्मपत्नी नहीं होगी परमात्मा के पास जाने की प्रेरणा प्राप्त नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया था। उन्हें कुबेर का धन देकर धनवान कर दिया था। सभी को इस प्रसंग से प्रेरणा लेकर मित्रता के संबंध को इसी तरह निभाना चाहिए। बताया कि जब भी भक्तों पर विपदा आती है प्रभु उनका उद्धार करने जरूर आते हैं। आज की कथा के यजमान जीतेन्द्र कंछल अपनी धर्मपत्नी अनीता ने पुजा अर्चना करवाई। कथा व्यास ने सुनाया की मथुरा की लीला पूरी करके कृष्ण बलराम द्वारकाधीश के लिए प्रस्थान करते हैं ,जहां पर माता रुक्मणी के साथ कृष्ण का तथा माता रेवती के साथ बलराम का पारिग्रहण होता है। रुक्मणी विवाह ‘गीत मेहंदी लगा दो मुझे सुंदर बना दो, मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो,,मेरे सरकार का दरबार बड़ा प्यारा है ,कृष्ण मेरा प्यारा, गोविंद बड़ा प्यारा है ,भजन को मिलकर श्रोताओं द्वारा करतल ध्वनि के साथ गायन किया। भजन को संगीत सुनील कुमार एंड पार्टी ने दिया।

व्यासपीठ से पंडित रवि कृष्ण शास्त्री ने कहा कि श्रीमद भागवत के माध्यम से भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य की प्राप्ति मनुष्य को होती है। जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण और पठन करता है उसे श्रीकृष्ण की कृपा सहज रूप से मिलती है। 

आज की कथा में सावित्री गोस्वामी, शोभा गोस्वामी भाग्यश्री गोस्वामी, उपमा गोस्वामी, कोमल, नवल गुप्ता, रमेश सोनी, सरला देवी, सुभाष शर्मा श्रीगौड ब्राह्मण सभा कार्यकारिणी सदस्य विजय गोस्वामी, दीपक शर्मा, सुभाष शर्मा मुकुंदपुर ठाठवाडी वाले, प्रवीण शर्मा,  अग्रवाल सभा के पूर्व प्रधान रमेश गर्ग, चेतन गर्ग, बंटी मोहनपुर, लक्ष्मी देवी कंछल, लीलावती, अनिता अग्रवाल, लक्ष्मी देवी, कालू चायवाला, प्रेम कांटी वाला, राधा, जंयति, ऋचा बंसल, उर्मिला मित्तल, सुमित्रा गर्ग, उषा गोस्वामी, हितेश गोस्वामी सहित सैकड़ो श्रृद्धालुओं ने कथा श्रवण का लाभ उठाया।

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