टिकट कटने की चर्चा के बीच कांग्रेस में शामिल हुए बृजेंद्र; बोले- किसानों-पहलवानों पर भाजपा में असहज था दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृजेंद्र सिंह को कांग्रेस में शामिल किया अशोक कुमार कौशिक चंडीगढ़ – हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। हरियाणा के हिसार ने भाजपा के लोकसभा सांसद ब्रिजेंद्र सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सांसद बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री बिरेंद्र सिंह के बेटे हैं। बृजेंद्र सिंह ने भाजपा से इस्तीफा को लेकर कहा, ‘मैंने बाध्यकारी राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मैं पार्टी, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे हिसार के संसद सदस्य के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं।’ हरियाणा के हिसार से मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ दी है। रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर इस्तीफे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक वजहों से मैं भाजपा छोड़ रहा हूं। इसके तुरंत बाद दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन कर ली। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृजेंद्र सिंह को कांग्रेस में शामिल किया। हालांकि अभी उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह भाजपा में ही रहेंगे। उनकी जॉइनिंग को लेकर सवाल पूछे जाने पर अजय माकन ने बताया कि वह एक पब्लिक मीटिंग में कांग्रेस ज्वॉइन करेंगे। कांग्रेस ज्वॉइनिंग के बाद बृजेंद्र सिंह ने कहा-” मैं आज भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वॉइन कर रहा हूं। मैं पार्टी के पूरे नेतृत्व को आभार व्यक्त करता हूं। इसके साथ साथ मैं ये जरूर करना चाहूंगा कि कुछ राजनीतिक ऐसे कारण थे, जिसके कारण मुझे ये निर्णय लेना पड़ा। किसानों, अग्निवीर, महिला पहलवान.. जैसे कुछ ऐसे मुद्दे थे, जिसको लेकर में भाजपा में असहज था। हालांकि मैं इसके लिए लड़ता रहा हूं, और आगे भी लड़ता रहूंगा।” बृजेंद्र सिंह किसान नेता सर छोटूराम के पड़नाती हैं। उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की मां भगवान देवी सर छोटूराम की बेटी थी। पिता-पुत्र लगातार हरियाणा में भाजपा को जजपा से गठबंधन तोड़ने की वकालत कर रहे थे। हालांकि अभी उनके पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है। बता दें कि पिता-पुत्र लगातार हरियाणा में भाजपा को जजपा से गठबंधन तोड़ने की वकालत कर रहे थे। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचे बृजेंद्र सिंह। बृजेंद्र ने सोशल मीडिया पर कहा- मैंने इस्तीफा दिया.. हिसार से भाजपा सांसद चौधरी बृजेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया (X) पर अपने इस्तीफे की जानकारी दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘मैंने राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मुझे हिसार के संसद सदस्य के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं। बृजेंद्र ने सोशल मीडिया पर कहा- मैंने इस्तीफा दिया.. .टिकट कटने से लिया फैसला रविवार दोपहर तक हरियाणा को लेकर भाजपा उम्मीदवारों की अभी कोई लिस्ट नहीं आई है, लेकिन चर्चा यह है कि पहली लिस्ट में 6 उम्मीदवारों के नाम फाइनल हो चुके हैं। जिसमें बृजेंद्र सिंह की टिकट कटने या फिर उनकी इच्छा के मुताबिक सीट न मिलने की बात सामने आ रही है। इन हालातों को देखते हुए बृजेंद्र ने भाजपा छोड़ने का फैसला लिया। बताया यह भी जा रही है कि सूबे के बड़े कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें टिकट का आश्वासन दिया है। जजपा का रास्ता साफ बृजेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद भाजपा की हरियाणा में सरकार की सहयोगी जजपा का रास्ता अब साफ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक अब भाजपा हरियाणा में गठबंधन की सहयोगी जजपा को एक लोकसभा सीट दे सकती है। संभावना है कि हिसार लोकसभा सीट से जजपा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को उम्मीदवार बनाया जाए। हालांकि जजपा के नेता अभी तक गठबंधन को लेकर संशय में है, इसकी वजह यह है कि अभी तक भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से इसको लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए गए हैं। चौधरी बीरेंद्र सिंह और बृजेंद्र सिंह लगातार भाजपा पर जजपा से गठबंधन तोड़ने का दबाव बना रहे थे। ऐलान के छह महीने बाद फैसला पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने 2 अक्टूबर 2023 में जींद में “मेरी आवाज सुनो” रैली की थी। यहां उन्होंने भाजपा-जजपा का गठबंधन रहने पर पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था। सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह ने अपने पिता के फैसले का समर्थन किया था। उन्होंने उस दौरान कहा था कि फैसला लेने के लिए अपनी तरफ से बंधन मुक्त किया है। ऐलान के 6 महीने बाद बृजेंद्र ने इस्तीफा दे दिया। बता दें कि अभी तक हरियाणा में बीजेपी की सहयोगी जेजेपी के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कोई जानकारी नहीं सामने आई है। वहीं जेजेपी आप बैठक करेगी, जिसमें सीट बंटवारे को लेकर भी चर्चा होगी। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जिसमें कई नेताओं को पहली बार मौका मिला। वहीं कई पुराने सांसदों का टिकट कट गया। Post navigation हरियाणा में भाजपा लोकसभा टिकटों में संघ की एंट्री:पार्टी के भेजे पैनल में नए नाम जोड़े ; सर्वे के बाद लिया फैसला परमिट जारी करने की बजाए सरकारी बसें बढ़ाए सरकार :कुमारी सैलजा