हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा अभी तक एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई: अनुराग ढांडा

भाजपा ने चुनाव के प्रेशर में ग्रुप सी से पहले आनन फानन में ग्रुप डी का रिजल्ट जारी किया: अनुराग ढांडा

जब ग्रुप सी का रिजल्ट आने पर बच्चे ग्रुप डी की नौकरी छोड़ देंगे और ग्रुप डी की भर्ती वापस जीरो पर पहुंच जाएगी : अनुराग ढांडा

दक्षिण हरियाणा में पानी की कमी और बीजेपी सरकार राजस्थान को पानी दे रही है – अनुराग ढांडा

नारनौल, 08 मार्च – आम आदमी पार्टी हरियाणा के स्टेट सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की घोषणा के बाद भाजपा के हाथ पैर फूले हुए हैं। भाजपा ने पूरी रणनीति बनाई हुई थी कि ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर गठबंधन नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा कि जब से इंडिया गठबंधन बना है तब से हरियाणा का उमीदवार तय करने में भी भाजपा के पसीने छूट रहे हैं। अभी तक भाजपा हरियाणा की 10 में से एक सीट पर भी भाजपा अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पाई। जिसमें भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष और दो केंद्रीय मंत्रियों की सीटें भी हैं। इसका क्या कारण है, क्या भाजपा टिकट बदल रही है या भाजपा को समझ नहीं आ रहा कि किसको टिकट दी जाए और किसको ना दी जाए।

उन्होंने कहा कि जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे भाजपा उल जलूल फैसले लेना शुरू हो गई है। सीएम खट्टर ने 21 फरवरी को विधानसभा में कहा था कि 29 फरवरी तक 29 हजार नौकरियां के रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे। अब 29 फरवरी को एक सप्ताह बीतने के बाद आम आदमी पार्टी ने पूछा कि 29000 नौकरियां कहां हैं, कोर्ट में फसी हुई नौकरियां सरकार ने अभी तक क्यों नहीं निकली? तो सरकार ने आनन फानन में कल चुनाव के प्रेशर में आकर ग्रुप डी की 10 हजार भर्तियों का रिजल्ट जारी कर दिया। चुनाव के प्रेशर में आकर इतनी बेवकूफाना हरकत कभी किसी सरकार ने नहीं की होगी। ग्रुप सी का रिजल्ट अभी पेंडिंग है और ग्रुप डी का रिजल्ट जारी कर दिया। इससे प्रदेश के युवा बहुत हताश हैं क्योंकि जैसे ही ग्रुप सी का रिजल्ट आएगा तो जो बच्चे ग्रुप डी की नौकरी छोड़कर ग्रुप सी की नौकरी एक्सेप्ट कर लेंगे और ग्रुप डी की सारी भर्ती वापस जीरो पर पहुंच जाएगी। इसको बिना अक्ल के किसी योजना पर काम करना कहते हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस प्रकार प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है उसके ढेरों उदाहरण मिल जाएंगे। कुछ दिन पहले एचएसएससी ने कुछ पोस्ट का रिजल्ट निकाला था। जिसमें फायर ब्रिगेड की ट्रेनिंग किए हुए बच्चों के सर्टिफिकेट कुछ के मान लिए और कुछ बच्चों के नहीं माने। लेकिन हैरानी तब हुई जब एचएसएससी ने भारतीय सेना द्वारा दिए गए सर्टिफिकेट को भी मान्य नहीं किया। जो सरकार कहती है कि हमारी सरकार में खर्ची और पर्ची नहीं चलती। तो बड़ी पर्ची क्या होगी कि जिस मर्जी सर्टिफिकेट को आप मानें और जिस मर्जी को न मानें। सैंकड़ों बच्चों ने एचएसएससी और एचपीएससी के दफ्तर पर धरना दिए हुए हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले हाईकोर्ट में 41 हजार भर्तियों की सुनवाई थी। हरियाणा सरकार इससे ज्यादा लापरवाह क्या हो सकती है कि उन्होंने कोई बहाना बनाकर कोई और तारीख ले ली। जबकि सरकार को पता है कि चुनाव आचार संहिता लगने वाली है उसके बाद सरकार बच्चों के लिए कोई घोषणा नहीं कर पाएगी। लेकिन उसके बाद भी सरकार के वकील ने अगली तारीख 19 मार्च ले ली।

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