पटौदी से कांग्रेस टिकट के लगभग एक दर्जन दावेदारो की दावेदारी

चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन के मामले में कांग्रेस पार्टी सबसे आगे

विधानसभा चुनाव की टिकट आप और कांग्रेस पार्टी के गठबंधन पर निर्भर

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम / पटौदी 6 मार्च । भाजपा और उसके सहयोगी दलों के गठबंधन एनडीए को टक्कर देने के लिए कांग्रेस सहित अन्य विभिन्न राजनीतिक पार्टियों का भी इंडिया के नाम से गठबंधन बना हुआ है । पहले लोकसभा के चुनाव होना निश्चित है। विधानसभा इलेक्शन को लेकर अभी किसी भी प्रकार से स्थिति स्पष्ट नहीं है । विशेष रूप से हरियाणा के विधानसभा इलेक्शन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं कहीं जा सकती है।

विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी के कहे जाने वाले कार्यकर्ताओं, नेताओं और टिकट के दावेदारों के द्वारा पिछले कुछ महीनो से कसरत की जा रही है। इस प्रकार की कसरत करने वालों में लगभग एक दर्जन कांग्रेस टिकट के दावेदार कहे जा रहे हैं। इनमें से कुछ तो पटौदी से ही विधानसभा का चुनाव फाइट भी कर चुके हैं । वही कुछ चेहरे ऐसे हैं जो पिछले चुनाव में भी कांग्रेस टिकट के दावेदार कहे जा रहे हैं। पटौदी इलाके में ही रहने वाले टिकट के दावेदारों के अलावा इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं की पटौदी से बाहर के रहने वाले कांग्रेस टिकट के दावेदार भी,  पटौदी विधानसभा क्षेत्र सहित बाहर के भी निवासी बताए गए हैं। राजनीतिक जानकारी और विश्लेषकों के मुताबिक पटौदी आरक्षित विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट के लिए मौजूदा समय में जितने भी दावेदार सक्रिय हैं, उनमें से किसकी लॉटरी निकलेगी यह तो कांग्रेस पार्टी हाई कमान के ही हाथ में है।

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के गठबंधन एनडीए को हराने के लिए कांग्रेस सहित अन्य पॉलिटिकल पार्टियों का एलाइंस इंडिया अपने अपने उम्मीदवार संसदीय क्षेत्र के लिए घोषित कर रहा है । इस कड़ी में आम आदमी पार्टी के द्वारा कुरुक्षेत्र से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है। जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के बाद ही यह तय हो पाएगा या इस बात का फैसला होगा कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी और हरियाणा गठबंधन लड़ेगा या फिर यह गठबंधन लोकसभा चुनाव तक ही रहेगा । राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव परिणाम पर यह बात भी निर्भर करती है कि आगामी विधानसभा चुनाव हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी मिलकर लड़े या फिर अपने-अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में जनता और मतदाताओं के बीच में भेजे जाएं । 

इसी बात पर ही निर्भर करेगा की पटौदी विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार भी आम आदमी पार्टी का हो या फिर कांग्रेस का हो ? इस बात से भी इनकार नहीं की यदि आप और कांग्रेस का गठबंधन विधानसभा चुनाव तक नहीं रहा तो फिर दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार भी एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी ही होंगे। इन हालात में दूध का दूध और पानी का पानी भी हो जाएगा कि कांग्रेस पार्टी की टिकट किसको मिलती है ? और फिर किस-किस की वफादारी कांग्रेस पार्टी के प्रति दिखाई देती है ! 

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