यदि केन्द्र सरकार ऐसा कोई निर्णय नही लेती है तो मोदी जी का दावा कि 140 करोड़ लोग उनका परिवार है, एक जुमला व लोगों को भावनात्मक रूप से ठगकर वोट हडपने का ढोंग है : विद्रोही

अब अहीरवाल की जनता मोदी-भाजपा के जुमलों, झांसों व दावों में फंसने वाली नही है अपितु इसी शिक्षा सत्र से एमबीबीएस की कक्षाए व ओपीडी शुरू करवाने का स्पष्ट आदेश केन्द्र सरकार से चाहती है : विद्रोही

06 मार्च 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने प्रधानमंत्री मोदीजी से आग्रह किया कि यदि उनमें जरा भी लोकलाज है व अपने कथनानुसार अहीरावल की जनता को भी अपना परिवार मानते है तो जनभावना के अनुरूप माजरा रेवाडी एम्स में इसी शिक्षा सत्र व इसी वर्ष से किसी अस्थाई भवन में एमबीबीएस प्रथम वर्ष कोर्स की कक्षाएं व लोगों के ईलाज के लिए ओपीडी शुरू करने का तत्काल आदेश दे। विद्रोही ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार ऐसा कोई निर्णय नही लेती है तो मोदी जी का दावा कि 140 करोड़ लोग उनका परिवार है, एक जुमला व लोगों को भावनात्मक रूप से ठगकर वोट हडपने का ढोंग है। जो व्यक्ति कथित रूप से पूरे देश को अपना परिवार मानने का दावा करे, यदि वह अहीरवाल क्षेत्र की जनभावना का सम्मान करके माजरा एम्स में एमबीबीएस कक्षाएं व ओपीडी शुरू करने का आदेश नही देते तो सहज अनुमान लगा ले कि लोकसभा चुनावों की घोषणा के लगभग एक माह पूर्व एम्स शिलान्यास करना मात्र वोट हडपने की नौटंकी के अलावा कुछ नही हैं।  

विद्रोही ने कहा कि जिस तरह अब तक घोषित विभिन्न एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है, यदि माजरा रेवाडी एम्स का निर्माण भी उसी गति से होता है तो इस एम्स का निर्माण व फंक्शनल होने में कम से कम 10 से 12 साल लगेंगे। वर्ष 2024 में इस एम्स के लिए जो बजट आवंटन किया है, वह भी बताता है कि इस एम्स को फंक्शनल होने में कम से कम 12 साल लग सकते है। ऐसी स्थिति में अहीरवाल की जनता एमबीबीएस कक्षाएं व ओपीडी के लिए 10 से 12 वर्ष का इंतजार क्यों करे? विद्रोही ने कहा कि एक लम्बे संघर्ष के बाद अहीरवाल की जनता ने एम्स को एक तरह से कमाया है। भाजपा सरकार ने यहां एम्स न बनाना पड़े, इसके लिए हर तिकडम अपनाई थी, लेकिन माजरा गांव के किसानों के अभूतपूर्व त्याग व अहीरवाल की जनता के एकजुट संघर्ष ने भाजपा सरकार की हर तिकडम व षडयंत्र को नाकाम करके एम्स शिलान्यास करवाके ही दम लिया। विद्रोही ने कहा कि अब अहीरवाल की जनता मोदी-भाजपा के जुमलों, झांसों व दावों में फंसने वाली नही है अपितु इसी शिक्षा सत्र से एमबीबीएस की कक्षाए व ओपीडी शुरू करवाने का स्पष्ट आदेश केन्द्र सरकार से चाहती है।   

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