13 मार्च तक इलक्टोरल बांड का सच देश के सामने रखने का कडा रूख नही अपनाया तो लोकसभा चुनावों के बाद इलक्टोरल बांड का सच सामने आने या न आने का कोई अर्थ नही रह जायेगा : विद्रोही चुनावों से ठीक पूर्व सत्ता दुरूपयोग से जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी व हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर उदघाटन व शिलान्यासों के बहाने सरकारी पैसों से चुनावी सभाएं करके भाजपा का चुनाव प्रचार सरकारी मंचों से कर रहे है, वह अनैतिकता व लोकतांत्रिक परम्पराओं की धज्जियां उडाने की पराकाष्ठा है : विद्रोही 07 मार्च 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाावों की घोषणा करने में चुनाव आयोग जान-बूझकर देरी कर रहा है ताकि प्रधानमंत्रीे मोदी व भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री चुनाव घोषणा से पूर्व सत्ता दुरूपयोग से सरकारी अधिकारियों व सरकारी संसाधनों से भाजपा का चुनाव प्रचार करते रहे। विद्रोही ने सवाल किया कि चुनावों से ठीक पूर्व सत्ता दुरूपयोग से जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी व हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर उदघाटन व शिलान्यासों के बहाने सरकारी पैसों से चुनावी सभाएं करके भाजपा का चुनाव प्रचार सरकारी मंचों से कर रहे है, वह अनैतिकता व लोकतांत्रिक परम्पराओं की धज्जियां उडाने की पराकाष्ठा है। सत्ता के इस नग्न दुरूपयोग को देखकर भी चुनाव आयोग धृतराष्ट्र बना हुआ है। एक संवैद्यानिक संस्था होने पर भी जब चुनाव आयोग निष्पक्षता व स्वतंत्रता को छोडकर एक पार्टी को चुनावी लाभ पहुंचाने के लिए अपनी संवैद्यानिक शक्तियों का इस नग्नता से खुला दुरूपयोग कर रहा हो तो सहज अनुमान लगा ले कि ऐसा कठपुतली चुनाव आयोग धांधली को रोकेगा या भाजपा के पक्ष में खुद धांधली करेगा? विद्रोही ने कहा कि एक ओर चुनाव आायेग भाजपा का फ्रंटल संगठन के रूप में काम कर रहा है, वहीं कोर्ट के आदेश पर स्टेट बैंक आफ इंडिया इलक्टोरल बांड मेें सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 13 मार्च तक विगत सात सालों मे इलक्टोरल बांड के माध्यम से किसने किसको कितना चंदा दिया, इसे सार्वजनिक करने को तैयार नही। एसबीआई का सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दायर करके 30 जून तक का समय मांगने से साफ है कि मोदी जी भी नही चाहते कि इलक्टोरल बांड का सच देश के सामने आये और किस उद्योगपति ने सत्ता से काम करवाने की एवज में इलक्टोरल बांड से मोदी-भाजपा को रिश्वत के रूप में कितना पैसा दिया है, इसका सच लोकसभा चुनावों तक सार्वजनिक न हो। विद्रोही ने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट अपने स्टैंड पर कायम नही रहा और 13 मार्च तक इलक्टोरल बांड का सच देश के सामने रखने का कडा रूख नही अपनाया तो लोकसभा चुनावों के बाद इलक्टोरल बांड का सच सामने आने या न आने का कोई अर्थ नही रह जायेगा। एक ओर मोदी जी सत्ता दुरूपयोग से सरकारी पैसों, सरकारी संसाधनों से चुनावे प्रचार करने की अनैतिकता व बेशर्मी कर रहे है, वहीं कांग्रेस को कोई भी उद्योगपति चंदा न दे, इसके लिए ईडी, आईटी व सीबीआई से धमकाया जा रहा है यदि कांग्रेस को चुनावी चंदा दोगे तो तुम्हारे यहां रेड मारी जायेगी। ऐसी स्थिति में कांग्रेस को प्रभावी ढंग से चुनाव लडने की रोकने के लिए सत्ता बल पर क्या यह षडयंत्र उचित व लोकतांत्रिक है? विद्रोही ने देश व हरियाणा के सभी मतदाताओं से आग्रह किया कि चुनाव की पवित्रता, जनादेश, लोकतंत्र, संविधान की रक्षा के लिए वे आगे आये भारत के लोकतांत्रिक भविष्य की रक्षा के लिए कांग्रेस-इंडिया गठबंधन का खुले दिल से सहयोग, समर्थन करके मोदी-भाजपा-संघ के फासीजम से देश को बचाये। Post navigation हरियाणा में सुदृढ़ हो रहा मेट्रो नेटवर्क: मुख्य सचिव विरोधी चाहे जो मर्जी षड्यंत्र रचे, लेकिन सरकार इनेलो की ही बनेगी : दोदवा