चंडीगढ़, 6 मार्च-हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एच.एम.आर.टी.सी.) प्रदेशभर में कनेक्टिविटी को मजबूत करने और सार्वजनिक परिवहन विकल्पों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से कई मेट्रो परियोजनाओं को गति दे रहा है।

मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, जो एच.एम.आर.टी.सी. के अध्यक्ष भी हैं, ने बोर्ड की बैठक के दौरान बताया कि राज्य सरकार ने नई दिल्ली को झज्जर जिले में स्थापित एम्स और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान, बाढ़सा से जोड़ने वाला ग्रे लाइन मेट्रो लिंक स्थापित करने का निर्णय लिया है। केन्द्रीय आवास और शहरी मामले मंत्रालय ने संभावित मार्ग का आकलन करने के लिए अग्रणी कंसल्टेंसी फर्म मेसर्स राइट्स द्वारा किए जाने वाले नए राइडरशिप असेसमेंट के लिए हरी झंडी दे दी है।

उन्होंने बताया कि जिला पलवल में बढ़ती परिवहन जरूरतों को पूरा करने के लिए, बल्लभगढ़ से पलवल तक लगभग 25 किमी की दूरी की मौजूदा मेट्रो लाइन के विस्तार के लिए एक तकनीकी-व्यवहार्यता अध्ययन किया जा रहा है। इसके अलावा, एक आरंभिक राइडरशिप मूल्यांकन अध्ययन बहादुरगढ़ और आसौधा को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन के लिए भी राइडरशिप असेसमेंट किया जा रहा है। राइट्स द्वारा आगामी 15 अप्रैल तक इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी।

मुख्य सचिव ने बताया कि प्रारम्भिक तौर पर सेक्टर-56, गुरुग्राम से पंचगांव तक के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए नियुक्त मैसर्स राइट्स ने सेक्टर-56 से वाटिका चैक तक के मार्ग को शामिल करने के लिए परियोजना का विस्तार किया है। 28 एलिवेटेड स्टेशनों के साथ, 36 किलोमीटर लम्बी इस परियोजना का लक्ष्य यात्रियों के लिए व्यापक कवरेज और सुविधाजनक पहुंच सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, फरीदाबाद और गुरुग्राम को जोड़ने वाली संभावित मेट्रो लाइन के लिए डबल-डेकर वायाडक्ट के निर्माण की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए भी तत्परता से प्रयास किए जा रहे हैं।

श्री संजीव कौशल ने बताया कि चंडीगढ़ ट्राइसिटी एम.आर.टी.एस. परियोजना में एक महत्वपूर्ण संशोधन किया गया है। मेट्रो और ट्रेन, दोनों सेवाओं का उपयोग करने वाले यात्रियों की सुविधा और पहुंच में सुधार करने के उद्देश्य से अब रेलवे स्टेशन और मुख्य गलियारे को जोड़ने वाला एक सीधा लिंक दिया गया है। परियोजना नेटवर्क की लंबाई अब 4 किलोमीटर तक बढ़ा दी गई है, जो आई.एस.बी.टी., जीरकपुर को सेक्टर 20, पंचकूला से जोड़ेगी। इसके अतिरिक्त, केन्द्रीय आवास और शहरी मामले मंत्रालय ने संभावित लागत प्रभावी और कुशल समाधान पेश करते हुए 2-कोच मेट्रो प्रणाली अपनाने की भी सिफारिश की है।

मुख्य सचिव ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा मिलेनियम सिटी सेंटर और साइबर सिटी को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन के निर्माण को मंजूरी दिए जाने से गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना को बड़ा प्रोत्साहन मिला है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 फरवरी, 2024 को रेवाड़ी में गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखी थी। यह परियोजना मिलेनियम सिटी सेंटर को साइबर सिटी से जोड़ेगी।

उन्होंने बताया कि परियोजना के कार्यान्वयन के लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जी.एम.आर.एल.) निगमित की गई है। भू-तकनीकी जांच और विस्तृत डिजाइन परामर्श जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं के लिए निविदाएं जारी की गई जा चुकी हैं। केंद्रीय आवास और शहरी मामले मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव सुश्री डी. थारा को  जी.एम.आर.एल. का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। गुरुग्राम की मौजूदा रैपिड मेट्रो प्रणाली में 2.9-मीटर कोच शामिल करने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए एक अध्ययन भी किया जा रहा है, जिससे यात्री क्षमता में वृद्धि होगी और प्रणाली की दक्षता भी बढे़गी।

उन्होंने बताया कि सराय काले खां-पानीपत आर.आर.टी.एस. परियोजना हाई स्पीड रीजनल रेल की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हरियाणा और दिल्ली, दोनों सरकारों ने परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए धनराशि जारी कर दी है।

मुख्य सचिव ने बताया कि इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने पर प्रदेश में निश्चित तौर पर कनेक्टिविटी बढे़गर, यातायात की भीड़ कम होगी तथा लोगों को तेज और सुविधाजनक यात्रा के विकल्प मिलेंगे।

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