फ़ाइल जानबूझकर गुम करवाई गई है। सरकार को चाहिए है इस केस की जांच तो जरूर सीबीआई से करवाई जांए।

कितनी हास्यपद बात है कि जो शिकायत 2016 में ज्ञानचंद गुप्ता जी ने की है उनकी बात को सीरियस नही लिया जा रहा तो विपक्ष के विधायको की क्या स्थिति होगी आप समझ सकते है

चंडीगढ़/फरीदाबाद, 28 फरवरी 2024 – आज 27 फरवरी को एनआईटी फरीदाबाद से विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा सत्र के दौरान सदन में मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वर्ष 2016 में श्री ज्ञानचंद गुप्ता, विधायक द्वारा पंचकूला शहर में दिनांक 08.09.2015 को आउटसीस कोटे के तहत 13 प्लाटों के आवंटन में धोखाधड़ी तथा भ्रष्टाचार के बारे में शिकायत दी गई थी; यदि हां, तो इस संबंध में शिकायत प्राप्त होने के बाद की गई कार्रवाई का ब्यौरा क्या है और आपके द्धारा उक्त शिकायत की जांच सी.बी.आई से कराने की सिफारिश की है; यदि हां, तो वह तारीख/आधार जिस पर उक्त सिफारिश गई थी तथा उक्त जाँच के परिणाम का ब्यौरा क्या है और क्या सी.बी.आई से जांच कराने की पहले की सिफारिश के बाद आप द्वारा अन्य एजेंसी से जांच कराने की कोई सिफारिश की गई थी; यदि हां, तो इस संबंध में की गई कार्रवाई का ब्यौरा क्या है।

जिसपर सदन में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने सदन में बताया कि शिकायत प्राप्त हुई थी, हांलकि जिस फाईल पर 01.06.2020 को मामले को सीबीआई को भेजने की सिफारिश की थी, उसका पता चल नही पा रहा है और उक्त फाइल के संबध में एफआईआर 368 दिनांक 25.08.2022 को दर्ज करवाई गई है। इसके बाद 19.08.2022 के बाद के निदेश अनुसार इस सबंध में एफआईआर 369 दिनांक 25.08.2022 दर्ज की गई है जिसकी जांच भष्टाचार निरोधक ब्यौरो द्धारा की जा रही है।

विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि कितनी हास्यपद बात है कि जो शिकायत 2016 में ज्ञानचंद गुप्ता जी ने की है उनकी बात को सीरियस नही लिया जा रहा तो विपक्ष के विधायको की क्या स्थिति होगी आप समझ सकते है। फाईल गुम होने के बाद जांच सीबीआई से नही करवाई जा रही है।

विधायक नीरज शर्मा ने सदन में बोलते हुए कहा कि यह फ़ाइल जानबूझकर गुम करवाई गई है। सरकार को चाहिए है इस केस की जांच तो जरूर सीबीआई से करवाई जांए।

विधायक नीरज शर्मा ने सदन में फाइल की प्रति अध्यक्ष विधानसभा को दिखाते हुए कहा कि आप बताए फाइल किसको चाहिए मै देता हूँ आप करवाए सीबीआई से इसकी जांच तांकि सच जनता के सामने आए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर विधायक नीरज शर्मा ने 29 पैजो की फ़ाइल विधानसभा में टेबल की।

विधायक नीरज शर्मा ने बोला कि जब भाजपा के विधायक ही कह रहे है कि घोटाला हुआ है और उसके बाद फाइल गुम हो जाती है। यह कैसे हो सकता है जब मुख्यमंत्री जी खुद कहते है कि सब कुछ पोर्टल पर है तो यह फाईल किसके पास थी लास्ट में उसका पता क्या नही चल पा रहा है। सरकार सिर्फ और सिर्फ इस घोटाले को दबाने की कोशिश कर रही है।

विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार मिटाने की बात फिर मुख्यमंत्री ने अपने आदेशो को क्यों बदला यह बात स्पष्ट करे और इसकी जांच सीबीआई से करवाने के तुरंत आदेश पारित करे।

फरीदाबाद गुरूग्राम मेंट्रो को जोडने के विषय पर बोल विधायक नीरज शर्मा।

विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि फरीदाबाद को गुरूग्राम से मेंट्रो रेल के माध्यम से जोडा जाना है लेकिन इस बजट में एक रू का भी प्रस्ताव इस बजट में नही रखा गया। सदन में अतारंकित प्रश्न में सरकार से पूछा कि क्या यह तथ्य है कि मेट्रो ट्रेन के माध्यम से फरीदाबाद को गुरुग्राम से जोड़ा जाना है जिसमें एक स्टेशन प्याली चौंक है; यदि हां, उक्त परियोजना की वर्तमान स्थिति क्या है तथा उक्त परियोजना पर खर्च की जाने वाली संभावित राशि कितनी है तथा अब तक बजट में किये गए प्रावधानों का ब्यौरा क्या है; तथा उक्त परियोजना के कब तक आरम्भ किए जाने की संभावना है तथा इसका ब्यौरा क्या है तथा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध कराए।

जिसपर सदन में मुख्यमंत्री द्धारा बताया गया कि अतिंम डिटेल की प्रोजेक्ट रिपोर्ट डीपीआर तैयार की जा रही है अनुमति लागत और समय सीमा डीपीआर के पूरा होने के बाद ही पता चलेगा जो अगस्त 2024 तक होने की सम्भांवना है।

विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि मुख्यमंत्री के जवाब से स्पष्ठ है कि इस भाजपा के राज में फरीदाबाद गुरुग्राम मेट्रो की एक ईंट भी नही लगेगी। फरीदाबाद गुरुग्राम मेट्रो का कार्य हुड्डा सरकार में शुरू होगा।

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