विधायक गीता भुक्कल के विरुद्ध बदजुबानी के लिए माफ़ी मांगें मुख्यमंत्री- उदयभान

संत गुरु रविदास जी की प्रतिमा के अपमान पर माफी मांगे देवेंद्र बबली- उदयभान

चंडीगढ़, 28 फरवरी:-  फतेहाबाद में संत गुरु रविदास जी की प्रतिमा के अनादर और विधानसभा में सम्मानित विधायक गीता भुकल के विरुद्ध बदजुबानी की घटनाओं से स्पष्ट है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार पूरी तरह दलित विरोधी मानसिकता से ग्रस्त है. यह कहना है हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान का. उदयभान ने कहा कि फतेहाबाद के भुना में मंत्री देवेंद्र बबली  पर आरोप लगा है कि उसने गुरु रविदास जी की प्रतिमा को गंदे नाले में फेंक दिया. ये प्रतिमा बतौर स्मृति चिन्ह मंत्री को भेंट की गई थी. लेकिन मंत्री और उनके स्टाफ ने इसका अनादर किया. समाज के तीन दर्जन लोगों ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस को समाज की भावनाओं को आहत करने वाले इस कृत्य के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह बयान चंडीगढ़ में पत्रकारों को संबोधन में कही।

उदयभान ने आगे कहा कि विधायक गीता भुक्कल के विरुद्ध की गई बदजुबानी के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल को माफी मांगनी चाहिए। क्यूंकि विधानसभा में मुख्यमंत्री ने जिस तरह पूर्व मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल के साथ बदजुबानी और धमकी भरे लहजे में बात की, यह बेहद निंदनीय है। ये सीएम की महिला और दलित विरोधी सोच को दर्शाता है।

चौधरी उदयभान ने कहा कि गीता भुक्कल विधानसभा में एक बेहद ही महत्वपूर्ण बिंदु पर बात कर रही थी. लेकिन एक महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोपी मंत्री संदीप सिंह का नाम आते ही मुख्यमंत्री ने मर्यादाहीनता की तमाम सीमाओं को लांघ दिया और वो सदन में सम्मानित विधायक को धमकाने लगे।

यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री ने इस तरह का अमर्यादित व्यवहार किया हो। अपने जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सिरसा में भी इसी तरह एक बुजुर्ग दलित महिला के साथ बदजुबानी की थी. महिला नशे की चपेट में आकर अपने जवान बेटे की मौत का मुद्दा सीएम के सामने उठाने आई थी. महिला की मांग थी कि नशा कारोबारी पर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि उनकी तरह किसी और मां को अपना जवान बेटा ना खोना पड़े। लेकिन नशा कारोबारियों पर कार्रवाई करने की बजाय सीएम ने सरेआम दलित महिला की बेइज्जती करने का काम किया था। इसके बाद भी और महिलाओं के साथ ऐसे ही घटनाक्रम देखने को मिले।

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