प्राचीन तीर्थ ढ़ोसी पर महर्षि च्यवन की आदमकद कांस्य प्रतिमा हो स्थापित: महता भारत सारथी/कौशिक नारनौल। श्री गौड़ ब्राह्मण सभा जिला महेंद्रगढ़ ने हरियाणा सरकार से निर्माणाधीन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, कोरियावास का नाम महर्षि च्यवन के नाम पर रखने की मांग की है। श्री गौड़ ब्राह्मण सभा जिला महेंद्रगढ़ के प्रधान राकेश महता ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को लिखे पत्र में कहा है कि हरियाणा में चिकित्सा और चिकित्सा-विज्ञान से जुड़े लगभग डेढ़ दर्जन सरकारी और निजी महाविद्यालयों के नाम भगवान श्रीकृष्ण से लेकर अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला तक, अनेक ऋषि-मुनियों, साधु-संतों, राजनेताओं और समाजसेवियों के नाम पर रखे गये हैं। लेकिन जिन विभूतियों के नाम पर इन चिकित्सा महाविद्यालयों का नामकरण किया गया है, उनमें से किसी का भी न तो चिकित्सा से कभी कोई संबंध रहा और न ही उन्होंने चिकित्सा-तंत्र के विकास में कोई योगदान दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में च्यवन ऋषि ही एकमात्र ऐसी महान विभूति हुए हैं, जिन्होंने च्यवनप्राश जैसे जीवनोपयोगी रसायन का आविष्कार कर न केवल नारनौल, हरियाणा और भारत का नाम संपूर्ण विश्व में रोशन किया है, बल्कि मानव मात्र का कल्याण भी किया है। यह हरियाणा, विशेष रूप से जिला महेंद्रगढ़ का सौभाग्य है कि च्यवन ऋषि जैसी विशिष्ट विभूति का अवतरण उसकी धरती पर हुआ तथा नारनौल की ढोसी पहाड़ी को उन्होंने अपनी तप-स्थली बनाया। अधिवक्ता श्री महता ने कहा कि हरियाणा में किसी भी चिकित्सा संस्थान का नामकरण च्यवनप्राश जैसे चमत्कारिक रसायन के आविष्कारक महर्षि च्यवन के नाम पर न होना एक दुखद आश्चर्य ही है। ढोसी से मात्र छह किलोमीटर दूर, कोरियावास गांव में विशाल राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण पर प्रसन्नता प्रकट करते हुए डाॅ. ‘मानव’ ने इस निर्माणाधीन चिकित्सा महाविद्यालय का नाम च्यवन ऋषि के नाम पर च्यवन ऋषि राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय रखने तथा बाद में इसे एक विश्वस्तरीय च्यवन ऋषि चिकित्सा विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा च्यवन ऋषि की तपस्या-स्थली ढोसी को पर्यटन-स्थल के रूप में विकसित करने की योजना का स्वागत करते हुए, ढोसी की पहाड़ी पर च्यवन ऋषि की आदमकद कांस्य प्रतिमा स्थापित करने की मांग भी की है। उल्लेखनीय है कि इस पत्र की प्रतियां हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव और नगर की प्रमुख राजनीतिक-सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के अध्यक्षों को भी सूचना एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजी गई हैं। Post navigation विजेता यादव ने ऑल इंडिया रैंक 83 के साथ भौतिक विज्ञान में पास की CSIR नेट परीक्षा सोनिया के राज्यसभा जाने से राजस्थान में क्यों मची हलचल? इस प्लान से खेल बिगाड़ने में जुटी भाजपा