कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की कार्यप्रणाली पर उठाए जा रहे सवाल

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल।‌ हरियाणा कांग्रेस में चल रही गुटबाजी तेज हो गई है। प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं दक्षिण हरियाणा के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस को झटका देते हुए दो कमेटियों से इस्तीफा दे दिया। कैप्टन अजय सिंह यादव का इस्तीफा लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर हरियाणा कांग्रेस की शनिवार को नई दिल्ली में होने वाली बैठक से पहले आया है। कैप्टन अजय यादव रेवाड़ी से छह बार विधायक रहे हैं तथा कांग्रेस सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल चुके हैं। उन्होंने हरियाणा कांग्रेस की इलेक्शन कमेटी तथा राजनीतिक मामलों की कमेटी से इस्तीफे दिए हैं। 

पूर्व वित्त एवं सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज हैं। उन्होंने गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए यह कहते हुए आवेदन भी नहीं किया कि वे पार्टी के सीनियर नेता हैं। उन्हें आवेदन करने की जरूरत नहीं है। यदि पार्टी को लगती है कि उनकी उपयोगिता है तो वह उन्हें चुनाव लड़वा सकती है, अन्यथा वे स्वयं आगे आकर आवेदन नहीं करेंगे। 

माना जा रहा कि कैप्टन गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव शायद ही लड़ें, क्योंकि गुरुग्राम और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से महेंद्रगढ़ के कांग्रेस विधायक राव दान सिंह ने भी लोकसभा चुनाव लडऩे को आवेदन कर रखा है। अजय यादव हुड्डा सरकार में मंत्री रहते हुए भी हुड्डा के खिलाफ मोर्चा खाेलते रहे हैं। हुड्डा सरकार में कई बार वह हुड्डा के खिलाफ सोनिया गांधी से मिलने का प्रयास करते रहे हैं।