लोकतंत्र में किसे सत्ता देनी और किसे सत्ता से हटाना है, इसका फैसला मोदी तोता ईडीे, सीबीआई, आईटी की बजाय जनता की वोट तय करती है : विद्रोही

हार से घबराये मोदी जी ने अपने अब अपने सहयेगी फ्रंटल आर्गेनाईजेशन ईडी, आईटी, सीबीआई को मैदान मेें उतारकर किसी भी तरह सत्ता पर काबिज रहने की रणनीति बनाई है : विद्रोही

02 फरवरी 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाण प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव में अपनी साफ दिख रही हार से घबराये मोदी जी ने अपने अब अपने सहयेगी फ्रंटल आर्गेनाईजेशन ईडी, आईटी, सीबीआई को मैदान मेें उतारकर किसी भी तरह सत्ता पर काबिज रहने की रणनीति बनाई है। विद्रोही ने कहा कि अपनी दिख रही हार से बौखलाकर मोदी जी चुनावों से ठीक पूर्व विपक्ष के नेताओं को डराने व उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने जिस तरह ईडी का नग्न दुरूपयोग कर रहे है, वह बताता है कि मोदी-भाजपा-संघ चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है। देश के हर राज्य में जिस तरह ईडी ने अपनीे सक्रियता दिखाकर कांग्रेस-विपक्ष के नेताओं से बार-बार पूछताछ करने की नौटंकी शुरू करते हुए जिस तरह झारखंड के मुख्यमंत्रीे हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है, वह सभी लोकतांत्रिक परम्पराओ के खिलाफ है। वहीं झारखंड के राज्यपाल ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के 36 घंटे बाद नई सरकार बनाने का न्यौता दिया जो बताता है कि संवैद्यानिक पदों पर बैठे लोग ही संविधान की धज्जियां उडा रहे है जो देश के लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नही है। विद्रोही ने कहा कि लोकसभा चुनाव कैसा होगा, इसकी बानगी मोदी-भाजपा चंडीगढ़ नगर निमम मेयर चुनाव में दिखा चुकी है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस व इंडिया गठबंधन के सभी दलों को और गंभीरता से इन कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए एकजुटता से लोकतंत्र, संविधान की रक्षा के लिए मिलकर हर हालत में मोदी-भाजपा-संघी सरकार की तिकडमी चालों को असफल करके उन्हे जनआशीर्वाद से सत्ता खदेडना होगा।  

विद्रोही ने हरियाणा के गृहमंत्रीे अनिल विज के इस बयान की भी आलोचना की कि जब तक ईडी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को क्लीन चिट न दे, वे चुनाव न लडे। सवाल उठता है कि जो ईडी मोदी-भाजपा-संघ के इशारे पर विपक्षी नेताओं पर झूठे मुकदमे बनाकर उन्हे बदनाम कर रही है, ऐसी मोदी तोता ईडी विपक्षी नेताओं को क्लीन चिट क्यों देगी? क्या अब कांग्रेस-विपक्ष को चुनाव लडने अपनी चुनावी रणनीति बनाने के लिए मोदी-भाजपा-संघ, ईडी, सीबीआई, आईटी से अनुमति लेनी होगी? लोकतंत्र में किसे सत्ता देनी और किसे सत्ता से हटाना है, इसका फैसला मोदी तोता ईडीे, सीबीआई, आईटी की बजाय जनता की वोट तय करती है। हरियााणा की जनता भाजपा को हरियाणा से खदेडना का मन बना चुकी है। हरियाणा में जो कांग्रेस नेता अपने निजी हितों को साधने व कांग्रेस को नुकसान पहुुंचाने की मंशा से उल-जलूल बयानबाजी कर रहे है, वे भी याद रखे जनता उन्हे भी न केवल करारा सबक सिखाएगी अपितु वे स्वयं भी अपने राजनीतकि भविष्य को चौपट कर रहे है। कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता लोकतंत्र, संविधान के सम्मुख खड़े संघी फासीजम के खतरे को समझकर निजी हितों को त्यागकर देश व लोकतंत्र, संविधान, गंगा-जमुनी तहजीब, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा को प्राथमिकता दे तभी वे सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र में प्रसांगिक बने रह पायेंगे।   

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