भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। आम आदमी पार्टी के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और जुझारू आंदोलनकारी गिरीश खेड़ा ( उपाध्यक्ष, महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा) ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ जींद की ओर कूच किया। जहां हरियाणा के इतिहास की सबसे बड़ी “बदलाव रैली” का आयोजन किया जा रहा है। इस महारैली को दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान संबोधित करेंगे। गिरीश खेड़ा ने कहा कि हरियाणा सरकार ना तो बेरोजगारों की सुध ले रही है ना ही कोई विकास के कार्य करवा रही है। बस धर्म की राजनीति में जनता को मूर्ख बना रही है। सभी पंचायत समितियां नगर पालिकाएं व नगर परिषद मुंह बाए खड़ी है कि हरियाणा सरकार, गांवों, शहरों कस्बों में जनहित कार्यों के लिए जनता के टैक्स का पैसा मुहैया करवाए। परंतु सरकार अंधी और बहरी बनी हुई है। उन्होंने प्रश्न खड़ा किया कि हरियाणा सरकार ने ऐसी क्या लूट मचा रखी है कि इन पिछले नौ सालों में हरियाणा सरकार पर कर्जा 70000 करोड़ रुपए से बढ़ कर 3.5 लाख करोड़ हो चुका है। जबकि कोई विकास नहीं, पक्की नौकरियां नही, सरकारी स्कूल बंद किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इसके विपरित पिछले आठ सालों में, दिल्ली सरकार पर मात्र लगभग 6000 हजार करोड़ ही कर्जा चढ़ा है और पंजाब ,में डेढ़ साल में, सरकार ने अपनी सरकार के ऊपर से पचास हजार करोड़ रुपए का कर्जा कम किया है जबकि दोनो राज्यों में विश्वस्तरीय स्कूल कॉलेज बनाए है। ये दोनो राज्य, पूरे भारत में, स्वास्थ्य सबसे अधिक खर्च कर रही है। श्री खेड़ा ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सरकार बनाते ही लगभग 26000 नौकरियां दी और लगभग 35000 कच्चे कर्मचारियों को पक्का कर दिया। हरियाणा की आम जनता बीजेपी सरकार की नाकाम नीतियों से परेशान हो चुकी है और इस बार हरियाणा में बीजेपी सरकार बदलने का जनता मन बना चुकी है। आप नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के कुशल और ईमानदार नेतृत्व आम आदमी पार्टी हरियाणा में सरकार बदलने की हुंकार भरने के लिए जींद में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक रैली को आम आदमी पार्टी के सभी क्रांतिकारी सफल बनाएंगे। Post navigation पूर्व विधायक जल युद्ध नायक रघु यादव के पुत्र सृजन यादव की शिरकत, तीसरी युवा पंचायत महेंद्रगढ़ में हुई हरियाणा में अब एकजुटता का संदेश देंगे कांग्रेस दिग्गज, राहुल गांधी की मध्यस्थता के बाद हुड्डा और एसआरके गुट में दिखा परिवर्तन