अदालत व मिनी सचिवालय जाने वाली रोड पर खुला मैनहॉल दुर्घटना को दे रहा है आमंत्रण

गुडग़ांव, 14 जनवरी (अशोक): शहर के सौंदर्यकरण व विकास कार्यों की जिम्मेदारी गुरुग्राम मेट्रोपोलिटन डवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) व नगर निगम प्रशासन के पास है। प्रशासनिक अधिकारी जहां शहर के विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्य कराते हैं, वहीं उनका रखरखाव भी यही दोनों विभाग करते हैं। इच्छाशक्ति का अभाव व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शहर के विभिन्न क्षेत्रों में समस्याएं ही समस्याएं हैं। जहां विभिन्न क्षेत्रों में सीवर के ढक्कन सीवर की मैनहॉल से गायब हैं, वहीं कई स्थानों पर सीवर ओवरफ्लो भी हो रहे हैं, जिससे सीवर का गंदा पानी सडक़ों पर फैल जाता है और लोगों को सीवर के पानी से ही होकर गुजरना पड़ता है।

मैनहॉल के ढक्कन गायब हो जाने से सदैव दुर्घटना होने का भय व्याप्त रहता है। इस समस्या से जिला अदालत परिसर भी अछूता नहीं रहा है। जिला अदालत की ओर जाने वाली मुख्य सडक़ के फुटपाथ पर गहरा सीवर है, लेकिन सीवर के मैनहॉल से पिछले काफी समय से सीवर का ढक्कन ही गायब है। जबकि प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग जिला अदालत व मिनी सचिवालय अपना काम कराने के लिए पैदल ही इस फुटपाथ से गुजरते हैं।

जिला अदालत में वकालत कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी शर्मा का कहना है कि सीवर का यह ढक्कन पिछले काफी समय से गायब है। इसकी शिकायत भी कई बार नगर निगम व अदालत प्रबंधन से की जा चुकी है। लेकिन आज तक भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। उनका कहना है कि शायद प्रशासन यह प्रतीक्षा कर रहा है कि कोई खुले सीवर में गिरकर चोटिल हो जाए तो उसी के बाद कोई कार्यवाही की जाए। उनका कहना है कि देश ही नहीं, अपितु विदेशों से भी लोग अपने काम के लिए जिला अदालत व मिनी सचिवालय आते हैं। फुटपाथ पर खुले मैनहॉल को देखकर वे गुरुग्राम के बारे में अपनी क्या  राय बनाएंगे। इससे विश्वविख्यात गुरुग्राम की छवि धूमिल ही होगी। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि समय रहते इस खुले मैन हॉल पर ढक्कन लगाया जाए, ताकि संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।

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