हरियाणा महिला आयोग की 25वीं वर्षगांठ में उपलक्ष्य में दो दिवसीय समागम का हुआ आगाज

फरीदाबाद के सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल में अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन का हुआ शुभारंभ

बेटियों की तरह बेटों को दे अच्छे संस्कार  : महिला आयोग की चेयरपर्सन

चंडीगढ़, 11 जनवरी- हरियाणा महिला आयोग की 25वीं वर्षगांठ में उपलक्ष्य में आज दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन का फरीदाबाद के सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल में शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का उदघाटन राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन श्रीमती रेखा शर्मा ने किया। प्रथम सेशन में महिला सशक्तिकरण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान कैसे करें महिलाएं रहा।

इस दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनना है और इसके लिए महिलाओं में जागरूकता लाना है। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबर के अधिकार दिए हैं। किसी भी देश में सुख, समृद्धि महिला सशक्तिकरण से ही आती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं देश की रक्षा करने में भी अपनी अहम भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। हरियाणा महिला आयोग की वजह से आज हरियाणा का स्वरूप बदल गया है। उन्होंने कहा कि महिला आयोग का काम उस दिन खत्म होगा जब किसी बच्ची को गर्भ में ना मरने दिया जाए। बच्ची के पैदा होने पर उसे किसी रंग या कपड़े के लिए नहीं टोका जाए। जितनी आजादी बेटों को दी जाती है उतनी ही आजादी बेटियों को भी दी जाए। इसकी शुरुआत हमें अपने परिवारों से ही करनी होगी, क्योंकि परिवार में ही हम अपने बच्चों में जेंडरो का भेदभाव करते आ रहे हैं। जैसे संस्कार हम अपनी बेटियों को देते हैं उतने ही संस्कार हमें अपने बेटों को भी देने की जरूरत है। हम अपनी बच्चियों को सिखाएं कि वह अपनी चुप्पी को तोड़े न कि उन्हें चुप रहने को कहें और बेटों की तरह ही बेटियों को अपना जीवन साथी चुनने का पूरा हक दिया जाए।

इस दौरान हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि हरियाणा राज्य महिला आयोग (एचएससीडब्ल्यू) अपने 25वें स्थापना दिवस पर अंतरराष्ट्रीय महिला शिखर सम्मेलन “एशियन कंट्रीज समिट” – दुर्गा एम्पावरिंग वूमेन नामक दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन शुरू किया गया है। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी महिलाओं ने शिरकत की।

 मध्यप्रदेश की पूर्व विधायक शबनम मौसी ने कहा कि मध्य प्रदेश, यूपी और मुंबई में अपने संकट भारी जीवन की स्वयं की चर्चा करते हुए कहा कि मेरा मुख्य उद्देश्य गरीबों की सेवा करना है। महिलाओं को समाज में आगे लाना चाहिए। पुरुषों के बराबर महिलाओं को भी सम्मान मिलना चाहिए और अब वक्त है कि ट्रांसजेंडरों को भी अच्छी नजर से देखा जाए।

ट्रांसजेंडर एक्टीविस्ट गौरी सावंत ने कहा कि महिला और पुरुष के समान ट्रांसजेंडर को भी समाज और परिवार के लोगों को बराबर का सम्मान देना चाहिए। मैंने भी अपनी जिंदगी इसके लिए संघर्ष किया है। महिला व पुरुष के बराबर ट्रांसजेंडर को भी अधिकार दिए जाने चाहिए। हमें समाज में वोट का अधिकार मिल गया है। ट्रांसजेंडर को अब 50 प्रतिशत लोग अच्छा रिस्पांस दे रहे हैं।

ये रहीं मौजूद

इस मौके पर वरिष्ठ टीवी एंकर मीमांसा मलिक, पहली महिला ट्रांसजेंडर विधायक शबनम मौसी, एडवोकेट रितु कपूर,  एनकाउंटर स्पेशलिस्ट शाहिदा परवीन, जम्मू कश्मीर वक्फ बोर्ड चेयरपर्सन दरक्षा आंध्रवी, पत्रकार सलमा सुल्तान और कांता सिंह डिप्टी रिप्रैजंटिव यूनाइटेड नैशन वुमेन इंडिया उपस्थित रही।

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