भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। कल 24 को रोडवेज सांझा मोर्चा करनाल में सीएम आवास का घेराव करेगा। नारनौल डिपो प्रधान अनिल भीलवाड़ा ने विज्ञप्ति में बताया कि सरकार द्वारा सांझे मोर्चे को 11जनवरी, 10 मार्च, 23 जून, 13 दिसम्बर को कर्मचारियों की मांगो समाधान के लिए बैठकों के लिए आमंत्रित किया गया। सांझे मोर्चे ने कर्मचारियों की मांगों समाधान बारे तर्क व प्रमाण दिए गए। सरकार द्वारा सांझे मोर्चे द्वारा दिए गए तर्को व प्रमाणों को सही मानते हुए मांगों को जायज माना। मांगो को लागू करने के परिपत्र जल्द जारी करने का भरोसा दिया गया। परन्तु बार बार भरोसा देने के बाद भी मानी गई मांगो के परिपत्र आज तक जारी नही किए हैं। उन्होंने कहा कि समस्याओं के समाधान न होने से कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान के साथ साथ शोषण का सामना भी सामना करना पड़ रहा हैं। जिससे कर्मचारियों में रोष हैं। सरकार कर्मचारियों की जायज मानी मांगो लागू न करके सांझे मोर्चे को घेराव व हड़ताल जैसे आंदोलन करने पर मजबूर कर रही हैं। सांझे मोर्चे ने सरकार पर बार बार भरोसा किया परन्तु सरकार ने मानी गई मांगो को लागू न करके कर्मचारियों के साथ विश्वासघात कर रही हैं। सांझे मोर्चे ने दिन प्रतिदिन बढ़ रही कर्मचारियों की समस्याओं को देखते हुए 24 दिसम्बर को करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का निर्णय लिया हैं। कर्मचारियों की मुख्य मांगों में देय अवकाश कटौती पत्र वापिस लिया जाए, परिचालक, चालक की वेतन विसंगति दूर की जाए, 2002 से चालको को नियुक्ति तिथि से पक्का करके पुरानी पेंशन नीति में शामिल किया जाए, 2016 के चालक व 52 दादरी के हल्परों को पक्का करने की पॉलिसी बनाई जाए, चालक व परिचालकों से आठ घन्टे की ड्यूटी ली जाए और आठ घण्टे ड्यूटी से अधिक ड्यूटी को ओवरटाइम दिया जाए, चालको को अड्डा इंचार्ज के पद पर प्रमोशन की जाए, स्थाई तबादला नीति बनाई जाए, वंचित कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान दिया जाए, ग्रुप डी के कर्मचारियों को कॉमन काडर से बाहर करके उन्हें तकनीकी पदों ओर प्रमोशन दी जाए आदि मांग पत्र में शामिल मांगे हैं। Post navigation न नेहरू याद रहे, न अटल… भारत की राजनीति में हास्य कहीं खो गया ! नांगल चौधरी में खनन माफिया और पुलिस आमने-सामने, ट्राली को रोका तो बरसाए पत्थर