बैठक में एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सैंटर डैशबोर्ड पर सेवाओं की नियमित निगरानी की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश गुरूग्राम, 15 दिसंबर। गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निगमायुक्त पीसी मीणा ने दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सैंटर डैशबोर्ड पर विभिन्न सेवाओं की निगरानी की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। स्ट्रीट लाईट व्यवस्था की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में 798 सैंट्रलाईज्ड कंट्रोल एंड मॉनिटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस) लगे हुए हैं, जिनके साथ 20744 स्ट्रीट लाईटें जुड़ी हुई हैं। अभी 2000 सीसीएमएस तथा 15000 नई स्ट्रीट लाईटों की आवश्यकता है। अधिकारियों ने बताया कि चूंकि अभी सीसीएमएस एक्टिव नहीं होने के चलते जीएमडीए के एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सैंटर से नहीं जुड़े हैं, जिन्हें एक्टिव किया जाना है। इस पर निगमायुक्त द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे एक सप्ताह में सभी सीसीएमएस को एक्टिव करवाकर कमांड एंड कंट्रोल सैंटर से लिंक करवाएं, ताकि स्ट्रीट लाईटों की ऑनलाईन निगरानी की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्ट्रीट लाईट दुरूस्तीकरण के लिए चलाए जाने वाले अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाए कि 31 दिसंबर को शहर के सभी क्षेत्र रोशनी से जगमग रहने चाहिएं। ठोस कचरा प्रबंधन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि बंधवाड़ी में लगे सभी कांटे तथा ठोस कचरा प्रबंधन कार्य में लगी सभी गाडिय़ां कमांड एंड कंट्रोल सैंटर से लिंक कर दी गई हैं। इनमें डोर-टू-डोर कचरा कलैक्शन गाडिय़ां, सैंकेंडरी कलैक्श प्वाईंटों से बंधवाड़ी कचरा ले जाने वाली गाडिय़ां, ट्रैक्टर-ट्रॉली, स्वीपिंग मशीन तथा आरडीएफ ले जाने वाली गाडिय़ां शामिल हैं। इन सभी वाहनों में जीपीएस सुनिश्चित किए गए हैं, जिनका लिंक कमांड एंड कंट्रोल सैंटर से है। प्रॉपर्टी टैक्स की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि टॉप-500 डिफॉल्टर की एक सूची तैयार करें तथा उन्हें प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए कहें। अगर कोई व्यक्ति प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं करवाता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत प्रॉपर्टी को सील करने, उसके पानी व सीवरेज कनैक्शन काटने सहित प्रॉपर्टी की नीलामी भी की जा सकती है। बैठक में वाटर सप्लाई की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि जीएमडीए द्वारा कुल 487 बल्क वाटर कनैक्शनों पर मीटर लगाए हुए हैं। डैशबोर्ड पर इनमें से कुछ मीटर ऑफलाईन दिखा रहे हैं। इस पर सीईओ ने कहा कि जो मीटर बंद पड़े हैं, उन्हें 15 दिन में ठीक करवाएं तथा अगर कोई उपभोक्ता ठीक नहीं करवाता है, तो उस पर नियमानुसार पैनल्टी लगाने की कार्रवाई करें। बैठक में एनवायरमैंट मॉनिटरिंग, डे्रेनेज एवं सीवरेज की समीक्षा भी की गई। सीईओ ने कहा कि डैशबोर्ड पर अगले 15 दिन में सभी सेवाओं से संबंधित सिस्टम को दुरूस्त कर लें, ताकि उनकी ऑनलाईन निगरानी की जा सके। Post navigation राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) 2023 के विजेताओं को पुरस्कृत किया गुरुग्राम पुलिस ने लेन ड्राइविंग का उल्लंघन करने वालों की कसी नकेल, ड्रोन का प्रयोग कर किए जा रहे चालान