महोत्सव में पहली बार स्टॉल नंबर 13 और 14 पर सजेंगे मुख्यमंत्री को मिले उपहार।

रंग-बिरंगी लाइटों से सुसज्जित किया जाएगा स्टॉल को।

बिक्री के पैसे को खर्च किया जाएगा सरकार जनकल्याणकारी स्कीमों पर।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र 11 दिसंबर : मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में मुख्यमंत्री के उपहारों को कोई भी पर्यटक निर्धारित दामों पर खरीद सकेगा। इस महोत्सव में पहली बार सरस मेले के स्टॉल नंबर 13 व 14 पर विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री मिले उपहारों को रखा जाएगा। इसके लिए स्टॉलों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा। यह स्टॉल सरस मेेले में आकर्षण का केंद्र भी रहेंगे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के उपहारों की बिक्री से जो भी पैसा मिलेगा, उस पैसे को मुख्यमंत्री राहत कोष के साथ-साथ सरकार की अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए खर्च किया जाएगा। इससे आमजन को फायदा होगा। इन उपहारों को सजाने के लिए इस स्टॉल को विशेष डिजाइन में सजाया जाएगा। इसके लिए कारीगर दिन रात काम में जुटे है। इस स्टॉल को जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा और मुख्यमंत्री के उपहारों की आमजन के घरों की शोभा बढ़ाने के लिए बिक्री की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से समाज कल्याण के लिए मुख्यमंत्री उपहार योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत जनवरी माह में पहले चरण में 51 उपहारों के लिए लोगों ने 1 करोड़ 14 लाख 95 हजार रुपये का सहयोग दिया था। इस राशि को समाज कल्याण के उपयोग करने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवाया गया। अब इसी उपहार योजना में शामिल उपहारों को ब्रह्मसरोवर के घाट पर लगे शिल्प मेले में सजाया गया है।

उन्होंने कहा कि शिल्प मेले में सर्वेश्वर महादेव मंदिर के सामने ही 13 और 14 नंबर स्टाल में यह उपहार रखे जाएंगे। इन स्टालों को सजाने के लिए कारीगरों की टीम जुट गई है। इस स्टालों को विशेष डिजाइन से सजाने के साथ-साथ इसकी छत में ही रंग-बिरंगी लाइटें लगाई जाएंगी। वर्ष 2014 के बाद गीता महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने पर इसमें हर साल लाखों लोग पहुंच रहे हैं। प्रदेश सरकार की ओर से गीता के संदेश को विश्व भर में पहुंचाने के लिए विदेशों में गीता महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। अभी तक कनाडा, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और मॉरीशस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी लोगों की सहभागिता अच्छी रही है।

उन्होंने कहा कि इसी तरह गीता स्थली में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर लगाए जान वाले शिल्प और सरस मेले में हर साल लाखों लोग पहुंचते हैं। अब इसी शिल्प मेले में पहुंचने वाले लाखों पर्यटक मुख्यमंत्री को मिले उपहारों को भी देख सकेंगे। मुख्यमंत्री को मिले उपहारों को लेकर शिल्प मेले में स्टाल तैयार किए जा रहे हैं। कमेटी की ओर से इनके दाम तय किए जाएंगे और इन्हीं दामों पर इन्हें कोई भी खरीद सकेगा। इनसे मिलने वाली यही रकम मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा होगी और समाज के कल्याण के लिए खर्च होगी।

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