– नगर निगम गुरूग्राम द्वारा इन कर्मचारियों की सेवाएं की गई समाप्त – शहर के कई आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों तथा गणमान्य व्यक्तियों ने संयुक्त आयुक्तों से मिलकर की थी कार्रवाई की मांग – इससे पूर्व गलत आचरण से निगम की छवि को धूमिल करने वाले 3 सफाई कर्मचारियों पर भी की जा चुकी है कार्रवाई – पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के चलते 2 सफाई कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने सहित एक अन्य सफाई कर्मचारी को किया जा चुका है निलंबित गुरूग्राम, 29 नवंबर। नगर निगम गुरूग्राम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में निगम प्रशासन पिछले काफी दिनों से जुटा हुआ है। नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर कचरा उठान तथा सफाई व्यवस्था दुरूस्त करवा रहे हैं, लेकिन कुछ सफाई कर्मचारी हड़ताल के नाम पर ना तो स्वयं कार्य कर रहे हैं, बल्कि निगम प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य में भी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा बुधवार को ऐसे लगभग 26 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई की गई, जो निगम प्रशासन द्वारा किए जा रहे सफाई कार्य में समय-समय पर बाधा उत्पन्न कर रहे थे। शहर के कई आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों तथा गणमान्य व्यक्तियों ने जोन-1 व जोन-2 क्षेत्रों के संयुक्त आयुक्तों से मिलकर इस बारे में शिकायत की थी कि कुछ सफाई कर्मचारी हड़ताल के नाम पर शहर की सफाई व्यवस्था को खराब कर रहे हैं तथा अगर आम नागरिक भी अपने क्षेत्र में सफाई का कार्य करता है, तो उसके कार्य में भी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की, जिस पर कार्रवाई करते हुए लगभग 26 कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से निगम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उल्लेखनीय है कि गलत आचरण से नगर निगम गुरूग्राम की छवि को धूमिल करने वाले 3 कर्मचारियों पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है। गुरूग्राम पुलिस ने सफाई कर्मचारी नरेश, रामसिंह व राजेश कुमार के खिलाफ ठेकेदारों से अवैध वसूली करने का मामला दर्ज किया था। नगर निगम गुरूग्राम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए नरेश व रामसिंह की सेवाएं समाप्त की तथा सफाई कर्मचारी राजेश कुमार को निलंबित किया गया था। वहीं, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों तथा गणमान्य नागरिकों ने यह भी कहा कि कुछ सफाई कर्मचारियों ने अपने निजी हितों को साधने के लिए हड़ताल करवा रखी है तथा शहर को गंदगी के ढ़ेर पर ला दिया है। इनका सफाई कर्मचारियों के हितों से कोई वास्ता नहीं है तथा सफाई कर्मचारियों को ऐसे व्यक्तियों से दूर रहने की आवश्यकता है। गत दिनों एक यूनियन नेता का सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह सफाई कर्मचारियों से निगम रोल पर लगवाने के नाम पर मोटी रकम मांगता हुआ दिखाई दिया है। सफाई कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले तथा गलत आचरण से निगम की छवि को धूमिल करने वाले सफाई कर्मचारियों के खिलाफ नगर निगम गुरूग्राम द्वारा की जा रही इस प्रकार की कार्रवाई को शहर के गणमान्य व्यक्तियों तथा आरडब्लयूए प्रतिनिधियों ने उचित ठहराया तथा मांग की कि भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियां करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। Post navigation सार्वजनिक दीवारों को गंदा करने वालों के खिलाफ करवाई गई एफआईआर सडांध भरे कचरे से स्कूली बच्चों की तबियत बिगड़ी सरकार बेफिक्र : माईकल सैनी (आप)