भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। सोशल मीडिया पर सुबह से समाचार चल रहे हैं कि सीएम के ओएसडी जवाहर यादव ने ओएसडी पद से इस्तीफा दे दिया है और वह बादशाहपुर से चुनाव लडऩे की तैयारी करेंगे। इस पर मैंने ओएसडी जवाहर यादव को अनेक बार फोन पर संपर्क करने की चेष्टा की लेकिन हो नहीं पाया किंतु एक बार उनके पीए से बात हुई तो उनसे कहा कि जवाहर जी से बात करा दीजिए तो उत्तर मिला कि वह मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग में हैं। आपको जो पूछना है, वह मुझसे पूछ लो। उनसे पूछा कि क्या ओएसडी पद छोड़ दिया है जवाहर जी ने? तो उस पर उत्तर मिला कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इस पर अनेक राजनैतिक व्यक्तियों से फोन पर जानकारी लेनी चाही तो विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आईं। किसी का कहना था कि चुनाव की तैयारी तो ओएसडी रहते हुए भी कर सकते थे लेकिन शायद मुख्यमंत्री ही इन्हें हटाना चाहते हैं। एक बार पहले भी ऐसा हो चुका है।

किसी की प्रतिक्रिया यह भी मिली कि जवाहर यादव पिछले कुछ समय से बादशाहपुर विधानसभा से चुनाव की तैयारी में लगे हैं और उस क्षेत्र में कैंप भी लगा रहे हैं। इससे पूर्व तो उन्होंने कभी जनता से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा। अत: संभव है कि वह तैयारियों में ही लगे हों और शायद राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ को प्रदेश अध्यक्ष पद से इसलिए हटाया हो ताकि वह भी शायद बादशाहपुर से चुनाव लडऩा चाहते थे और फिर बादशाहपुर क्षेत्र में यादवों के सिरमोर नेता राव नरबीर भी रहते हैं। वह मनोहर लाल मंत्रीमंडल में मंत्री भी रह चुके हैं और उनका अब भी इस क्षेत्र में पक्का प्रभाव है। उनके निवास पर जनता प्रतिदिन उनसे अब भी मिलती है, जबकि जनता का विधायकों से मिलना भी संभव नहीं हो पाता। और फिर राकेश दौलताबाद निर्दलीय विधायक हैं। अत: महत्वकांक्षाएं तो कोई कितनी ही बड़ी पाल ले लेकिन तैयारी पर भी वह चुनाव जीत पाएंगे, इसमें संदेह हैं।

कुछ चर्चाएं यह भी मिली कि हरियाणा विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ ही होने की संभावना हैं, क्योंकि यदि अगले वर्ष चुनाव होने होते तो क्षेत्र में तैयारी करने के लिए जवाहर जी अपना ओएसडी पद नहीं छोड़ते, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद भी 6-8 माह का समय तो मिलता।

अनेक प्रकार की चर्चाएं हैं, सच्चाई समय के गर्भ में है। जैसे-जैसे स्थिति हमारी जानकारी में आएगी, आपको अवगत कराएंगे।

error: Content is protected !!