– विभिन्न विभागों के अधिकारियों व सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक
– सफाई यूनियन नेताओं से हड़ताल खत्म करने का किया आह्वान, उनकी मांगों के बारे में सरकार से बात करने का दिया आश्वासन
– गत दिनों एक रिहायशी सोसायटी में दो सीवरमैन की मृत्यु पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश, मृतकों के परिजनों को नियम के तहत जल्द से जल्द मुआवजा राशि देने की कही बात
– मैनुअल स्क्वैंजिंग एक्ट के तहत सीवरेज सफाई कार्य के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में परिजनों को 30 लाख रूपए की मुआवजा राशि दिए जाने का है प्रावधान
– स्थाई अपंगता पर 20 लाख रूपए तथा अस्थाई अपंगता पर 10 लाख रूपए की दी जाती है सहायता

गुरूग्राम, 17 नवम्बर। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्षता अंजना पंवार शुक्रवार को गुरूग्राम पहुंची। उन्होंने नगर निगम कार्यालय में विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने सफाई कर्मचारियों की मांगों, शिकायतों व समस्याओं के बारे में सुना तथा जनहित को ध्यान में रखते हुए हड़ताल खत्म करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने सफाई कर्मचारियों की मांगों के बारे में सरकार से बात करने का भी आवश्वासन दिया।

बैठक में उन्होंने गत दिनों एक रिहायशी सोसायटी में दो सीवरमैनों की हुई मृत्यु के बारे में पुलिस विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग से जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पूरे देश में मैनुअल स्क्वैंजिंग को प्रतिबंधित किया हुआ है तथा इसके लिए एक कानून भी बनाया गया है, जिसमें कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान है। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए तथा मृतकों के परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि दिलवाई जाए। उन्होंने कहा कि नियम के तहत सीवरेज व सेप्टिक टैंक सफाई कार्य के दौरान मृत्यु की स्थिति में परिजनों को 30 लाख रूपए, स्थाई अपंगता की स्थिति में 20 लाख रूपए तथा अस्थाई अपंगता की स्थिति में 10 लाख रूपए की मुआवजा राशि का प्रावधान है। उन्होंने नगर निगम मानेसर के अधिकारियों से कहा कि वे जल्द से जल्द इस बारे में कार्रवाई करें।

हड़ताल खत्म करने की अपील का नहीं हुआ असर : आयोग की उपाध्यक्षा ने सफाई कर्मचारी यूनियन के नेताओं की मांगों, शिकायतों व समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना तथा उन्हें आश्वस्त किया कि वे इस बारे में सरकार से बात करेंगी। चूंकि हड़ताली कर्मचारियों की अधिकतर मांगें राज्य सरकार के स्तर की हैं, इसलिए वे इस बारे में सरकार से बात करेंगी। उन्होंने यूनियन प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि वे जनहित को ध्यान में रखते हुए काम पर वापिस लौटें। यूनियन प्रतिनिधियों पर इस अपील का कोई असर नहीं हुआ तथा वे इस बात पर अड़े रहे कि जब तक हटाए गए कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से नहीं लिया जाएगा, तब तक वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे। यहां पर नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त डा. नरेश कुमार ने कहा कि पूर्व में कई बार यूनियन प्रतिनिधियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की गई है तथा जब तक सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जाता है, तब तक कर्मचारियों को एजेंसियों के माध्यम से नियुक्ति की जा रही है, लेकिन यूनियन प्रतिनिधि निगम रोल या एचकेआरएनएल की मांग पर ही अड़े हुए हैं, जिससे शहरवासियों के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों को भी परेशानी हो रही है।

बैठक में श्रीमती पंवार ने सफाई कर्मचारियों की संपूर्ण स्वास्थ्य जांच के लिए कैंप लगाने, अच्छे हाजरी स्थान बनाने, पहचान पत्र बनवाने, प्रत्येक माह की 7 तारीख तक वेतन अदायगी, रिकार्ड में व्यक्तिगत डाटा गलत है उसे दुरूस्त करने, पीएफ-ईएसआई की त्रुटियां दूर करने सहित कर्मचारियों का सम्मान व सहयोग करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सफाईकर्मियों के प्रति काफी संवेदनशील हैं तथा प्रत्येक अधिकारी को भी इनके प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।

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