पवन कुमार बंसल

गुरुग्राम- नागौर संसदीय सीट के अन्तर्गत आने वाली नागौर असेम्बली सीट पर पूरे देश की निगाह लगी है l जाटलैंड के नाम से मशहूर इस सीट पर जाट समुदाय के कदावर नेता नाथू राम मिर्धा की पोती ज्योति मिर्धा और मिर्धा परिवार के ही हरिंदर मिर्धा में मुकाबला है l

नागौर से कांग्रेस की सांसद रही ज्योति मिर्धा इस बार भाजपा उमीदवार है और उनका मुकाबला हरिंदर मिर्धा जो उनके चाचा लगते हैं कांग्रेस के उम्मीदवार से है l ज्योति मिर्धा पिछला लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल जिसने भाजपा के समर्थन से चुनाव लडा था से हार गई थी l पिछले दिनों ही वे नरेंद्र मोदी और अमित शाह के निमंत्रण पर भाजपा में शामिल हुई थी और भाजपा ने उन्हें अपना उमीदवार बनाया है l

एक रणनीति के तहत हनुमान बेनीवाल ने नागौर से उमीदवार नहीं खड़ा किया है l ज्योति मिर्धा का आरोप है की यह अशोक गहलोत और हनुमान बेनीवाल की मिलीभगत का नतीजा है l फलोदी का सट्टा बाजार चुनाव का सटीक विश्लेषण के लिए देश भर में मशहूर है l सट्टा बाजार के मुताबिक इस बार ज्योति मिर्धा का पलड़ा भारी है l हनुमान बेनीवाल अशोक गहलोत की मदद से ज्योति मिर्धा की मुखालफत कर रहा था और बेनीवाल द्वारा नागौर से अपना उमीदवार नहीं खड़ा करने से यह मिलीभगत साबित भी ही गई है l