– उमेद लोहान ने उठाई बास मंडी को नारनौंद मंडी से जोडऩे व बास मंडी में हैफेड से बासमती धान खरीद शुरू करने की मांग – हिसार, 9 नवंबर : बास मंडी में हैफेड द्वारा बासमती धान की खरीद न करके सरकार व प्रशासन किसानों के साथ भेदभाव व अन्याय कर रही है। डिप्टी सीएम महकमे के मंत्री हैं और आढ़ती व किसान उनके पास दिल्ली तक अपनी गुहार लेकर जा चुके हैं लेकिन बास मंडी में हैफेड द्वारा बासमती धान की खरीद शुरू नहीं की गई है। यह बात इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेद लोहान ने आज बास मंडी में किसान आढ़तियों के बीच कही। बास क्षेत्र के किसान व आढ़ती बास मंडी में बासमती धान की खरीद शुरू नहीं होने के विरोध स्वरूप एकत्रित हुए थे। उमेद लोहान ने इस संबंध में अभय चौटाला से भी बात की उन्होंने कहा कि वे किसानों की मांग को सरकार तक पहुंचाएंगे। इस मौके पर उमेद लोहान ने कि सरकार आस-पास की सभी मंडियों से हैफेड के माध्यम से बासमती धान की खरीद कर रही है लेकिन बास मंडी में बासमती धान की खरीद पर रोक लगा रखी है जो उसके भेदभाव पूर्ण रवैये को दर्शा रहा है। किसान 6 महीने तक अपनी फसल के लिए खून-पसीना एक करते हैं लेकिन जब मंडी में उसके बिकने की बारी आती है तो उसे दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती है जो अन्नदाता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम इस विभाग के मंत्री हैं लेकिन फिर भी किसानों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। राजस्थान में जाकर वोट मांगने का समय तो उनके पास है लेकिन अपने हलके के किसानों व आम जनता की दुख तकलीफों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। हलके के विधायक रामकुमार गौतम को भी यहां के लोगों ने भारी मतों से जिताया हुआ है उनका भी फर्ज है कि वे किसानों की आवाज को सरकार तक पहुंचाएं। सरकार उनकी सुनती भी है उसके बावजूद यदि किसान दु:खी व परेशान हैं तो इस पर उन्हें विचार करना चाहिए और तुरंत किसानों की समस्या का समाधान करवाना चाहिए। उमेद लोहान ने बास मंडी को नारनौंद अनाज मंडी से जोड़े जाने की मांग उठाते हुए कहा कि मंडी को बास मंडी के साथ जोडऩे के साथ-साथ प्रशासन तुरंत प्रभाव से बास मंडी में हैफेड बासमती धान की खरीद शुरू करे। यदि ऐसा नहीं होता है तो किसान धरना, प्रदर्शन जो भी करेंगे उसमें इनेलो पार्टी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगी। Post navigation सात साल पहले की गई नोटबंदी से आज तक नहीं उभर पाई जनता : लाल बहादुर खोवाल मुख्यमंत्री छुप कर मेले मे किस लिए गए : हनुमान वर्मा