स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए सीधे बाज़ार से जोड़ने हेतु बी-टू-बी मीटिंग का आयोजित मेले में सांस्कृतिक संध्या का भी लोगों ने लिया आनंद – सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाला यह मेला सबके लिए निःशुल्क है गुरुग्राम, 08 नवंबर। सरस आजीविका मेला 2023 में धनतेरस के मौके पर दिया जाएगा डिस्काउंट। मेले में दीपावली से ठीक पहले धनतेरस के मौके पर दस और ग्यारह नवंबर को दस प्रतिशत का छूट जहां फूड कोर्ट में दिया जाएगा वहीं, हेंडीक्राफ्ट व हेंडलूम के सामानों पर दस से बीस प्रतिशत तक की अधिकतम छूट दी जाएगी। यह डिस्काउंट केवल 10 और 11 नवंबर को ही दिया जा सकेगा। इससे एक तरफ जहां लोगों को धनतेरस में सामान खरीदने में आसानी होगी वहीं, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को भी बंपर सेल होंगी। मेले में ओडिशा के कुल 21 स्टॉल लगाए गए हैं, इसमें हेंडीक्राफ्ट व हेंडलूम के जहां 18 स्टॉल हैं वहीं, दो फूड आइटम के स्टॉल लगाए गए हैं। साथ ही एक स्टॉल फूड कोर्ट में लगाए गए हैं। मेले में संबलपुरी साड़ी, ड्रेस मेटेरियल, दुपट्टा, शर्ट, कुर्ता आदि के सामान भी लोगों को आकर्षित कर रहा है। मेले में आप को ओडिशा का मशहुर संबलपुरी सामान 122 नंबर स्टॉल पर मिल जाएंगे। वहीं, मेले में वुड कार्विंग के प्रोडक्ट भी आप को ओडिशा के स्टॉल नंबर 238 पर मिल जाएंगे। वहीं, आज स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए सीधे बाज़ार से जोड़ने हेतु बी-टू-बी मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में सौ के करीब स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसमें अमेजन, ओएनडीसी, साइनकैच समेत गुरुग्राम की तमाम नामचीन कंपनियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान तथा ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया गया। इस मौके पर एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजी लाल कटारिया ने बताया कि इस वर्कशॉप की पूरी सीरीज इन महिलाओं की आवश्यकताओं के हिसाब से ही रखा गया है। साथ ही उन्होंने इन महिलाओं को बताया कि इस कार्यशाला से आप लोगों को लाभ उठाना चाहिए। इस मौके पर अमेजन से शैलेंद्र, ओएनडीसी के अविनाश कुमार चौधरी, साइनकैच से नीतिन गुप्ता व एनआईआरडीपीआर से सुधीर कुमार समेत तमाम स्टेट के स्टेट कोआर्डिनेटर व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित रहीं। वहीं, मेले में सांस्कृतिक संध्या का भी लोगों ने आनंद लिया। सांस्कृतिक संध्या में नियमित रूप से पांच बजे से हरेक राज्यों के लोक नृत्य व संगीत की प्रस्तुति की जाती है। ज्ञात हो कि राजधानी से सटे गुरुग्राम में ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा हरियाणा सरकार के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाला मेला भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहा है। पहले दिन ही इस मेले का आकर्षण लोगों को अपनी तरफ खींच लाया। यहां हर आयु वर्ग के लोग मेला देखने व खरीदारी करने में आ रहे हैं। गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगे इस मेले में देश के 28 राज्यों के 400 से अधिक स्टॉलों पर लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। मेले की विविधता लोगों को आकर्षित कर रही है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं की विशेष उपस्थिति वाला यह मेला महिला सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है जहां न केवल वह अपना उत्पाद लेकर आई हैं बल्कि वह भारत की विविधता और अनेकता में एकता का संदेश भी दे रही हैं। आयोजकों के लिए यह मेला निःशुल्क है। सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाले इस मेले में लोगों की खासी दिलचस्पी है। दूसरी बार यह मेला गुरुग्राम में लग रहा है और लोग इसको लेकर उत्साहित हैं। इस मेला में 28 राज्यों से आई स्वयं सहायता समूह की 800 दीदी अपनी कला एवं संस्कृति से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पादों की स्टॉल लगाई हैं। Post navigation कांग्रेस ने डाला योग्य युवाओं और मेहनती किसानों के हकों पर डाका: ओम प्रकाश धनखड़ निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत जिला डैशबोर्ड में गुरुग्राम को मिला प्रथम स्थान