कांग्रेस सरकार ने 9 सालों में जहां गन्ने का के भाव में 164 प्रतिशत की वृद्धि करके 193 रूपये बढ़ाये, वहीं भाजपा ने केवल 25 प्रतिशत की वृद्धि करके केवल 76 रूपये ही बढ़ाये : विद्रोही
भाजपा-जजपा खट्टर सरकार लम्बे-चौड़े दमगज्जे तो मारती है, लेकिन वास्तव में किसान हित में कुछ नही करती : विद्रोही

07 नवम्बर 2023  – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने भाजपा खट्टर सरकार द्वारा गन्ना के भाव में मात्र 14 रूपये प्रति क्विंटल की बढोतरी करके 380 रूपये प्रति क्विंटल करने को ऊंट के मुंह में जीरा बताया। विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार ने गत वर्ष के गन्ना रेट 372 रूपये प्रति क्विंटल को 386 रूपये प्रति क्विंटल करके मात्र 3.90 प्रतिशत की बढोतरी करके किसानों के साथ क्रूर मजाक किया है। विगत एक साल में किसान की लागत काफी बढ़ चुकी है, वहीं महंगाई भी बढी है। हरियाणा में भाजपा-जजपा खट्टर सरकार लम्बे-चौड़े दमगज्जे तो मारती है, लेकिन वास्तव में किसान हित में कुछ नही करती। भाजपा किसान आय दोगुना करने का जुमला उछालकर किसानों को ठगती है, लेकिन किसान फसलों के भाव में मामूली बढोतरी करती है जिससे किसानों पर कृषि ऋण बोझ बढ़ता जा रहा है। आज हरियाणा के किसानों पर कर्ज बोझ काफी बढ़ रहा है। प्रदेश में प्रति किसान परिवार पर आज औसतन 182922 रूपये का बैंक कृषि कर्ज है जबकि देशभर में यह औसतन प्रति किसान परिवार 78 हजार रूपये है।  

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार ने अपने 10 साल के राज में 2005 से 2013-14 तक गन्ने के भाव में 193 रूपये प्रति क्विंटल अर्थात 164 प्रतिशत की वृद्धि की थी। जब कांग्रेस ने 2005 में सत्ता संभाली थी, तब गन्ने का भाव 117 रूपये प्रति क्विंटल था जिसे कांग्रेस सरकार ने 9 वर्षो में बढाकर 310 रूपये प्रति क्विंटल किया था। वहीं अक्टूबर 2014 में हरियाणा की सत्ता संभालने वाली भाजपा ने 2014 से 2023 तक 9 सालों में गन्ने का भाव 310 रूपये से बढ़ाकर 386 रूपये प्रति क्विंटल किया है जो 9 सालों में मात्र 76 रूपये अर्थात 25 प्रतिशत की वृद्धि है। इस तरह कांग्रेस सरकार ने 9 सालों में जहां गन्ने का के भाव में 164 प्रतिशत की वृद्धि करके 193 रूपये बढ़ाये, वहीं भाजपा ने केवल 25 प्रतिशत की वृद्धि करके केवल 76 रूपये ही बढ़ाये है। कांग्रेस सरकार ने वर्तमान भाजपा सरकार की तुलना में अपने राज में लगभग 7 गुणा ज्यादा गन्ने के रेट में बढोतरी की थी। इससे सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि किसान हितैषी सरकार कांग्रेस की थी या वर्तमान भाजपा सरकार?

विद्रोही ने कहा कि भाजपा जुमलों, वादों, नारों, मीडिया इवेंट से किसानों को ठगती है जब कि कांग्रेस ईमानदारी से किसान हित में काम करती है।  

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