सरस आजीविका मेला- 2023….. लद्दाख का एप्रीकोट और स्वेटर लोगों को कर रहा आकर्षित

विकेंड पर लोगों ने जमकर की खरीदारी, मेले में संडे को बंपर खरीदारी व भीड़ की संभावना
खरीदारी व खान पान के साथ सांस्कृतिक संध्या बनी आकर्षण का केंद्र
-सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाला यह मेला सबके लिए निःशुल्क है

गुरुग्राम, 28 अक्टूबर। सरस आजीविका मेला 2023 में आज विकेंड पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। लोगों ने एक ओर दिनभर जहां जमकर खरीदारी की, वहीं शाम को फूड कोर्ट में परिवार के साथ खाने का जायका का भी स्वाद चखा। साथ ही सांस्कृतिक संध्या का लुत्फ उठा अपनी थकान की दूर। मेले में विकेंड पर आज काफी भीड़ व खरीदारी हुई। सरस मेले में लद्दख से आई हुईं लद्दाख की स्टेट कोआर्डिनेटर मिनाक्षी ने बताया कि इस मेले में लद्दाख के कुल 7 स्टॉल हैं, जिसमें हेंडलूम व हेंडीक्राफ्ट के चार स्टॉल हैं, जबकि तीन फूड प्रोडक्ट्स के स्टॉल लगाए गए हैं। लद्दाख से आई हुईं मज़ाला एसएजजी की हकीमा बानो ने बताया कि हमारे स्टॉल नंबर 140 पर स्वेटर, सॉक्स, कैप, मफलर, साड़ी, दुपट्टा, रिंग, शॉल आदि प्रोडक्ट हैं जो कि लोगों को काफी लुभा रहा है। यहां, पर आप को डेढ़ सौ रुपये से लेकर ढ़ाई हजार तक के सामान मिलेंगे। वहीं, लद्दाख की ही शाइनिंग स्टॉर एसएचजी की कुंजंग डोलमा ने बताया कि हमारे स्टॉल नंबर 340 पर अखरोट, एप्रीकोट, एप्रीकोट ऑयल, एप्रीकोट जैम, ड्राई चीज, मिल्क टॉफी आदि हैं जो कि पांच रुपये से लेकर पंद्रह सौ रुपये तक के सामान उपलब्ध है।

वहीं, सरस मेले में नियमित रूप से संध्या पांच बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। इस सांस्कृतिक संध्या में नियमित रूप से हरेक राज्यों के लोक नृत्य व संगीत की प्रस्तुति की जाएगी। सांस्कृतिक संध्या में आज महाराष्ट्र का गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई साथ ही राजस्थान का चेरी डांस समेत राजस्थानी लोकगीत की प्रस्तुति दी गई। सांस्कृति कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए रुचि ने बताया कि शाम को जब लोग सांस्कृतिक संध्या का आनंद लेने अपने परिवार के साथ आते हैं।

ज्ञात हो कि राजधानी से सटे गुरुग्राम में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा हरियाणा सरकार के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला का आयोजन किया जा रहा है। 26 अक्टूबर से 11 नवंबर तक आयोजित होने वाला मेला भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शा रहा है। पहले दिन ही इस मेले का आकर्षण लोगों को अपनी तरफ खींच लाया। यहां हर आयु वर्ग के लोग मेला देखने व खरीदारी करने में आ रहे हैं।

गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगे इस मेले में देश के 28 राज्यों के 400 से अधिक स्टॉलों पर लोग खरीदारी के लिए आ रहे हैं। मेले की विविधता लोगों को आकर्षित कर रही है। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं की विशेष उपस्थिति वाला यह मेला महिला सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है जहां न केवल वह अपना उत्पाद लेकर आई हैं बल्कि वह भारत की विविधता और अनेकता में एकता का संदेश भी दे रही हैं। आयोजकों के लिए यह मेला निःशुल्क है। सुबह 11 बजे से रात्रि 9.30 तक चलने वाले इस मेले में लोगों की खासी दिलचस्पी है। दूसरी बार यह मेला गुरुग्राम में लग रहा है और लोग इसको लेकर उत्साहित हैं। इस मेला में 28 राज्यों से आई स्वयं सहायता समूह की 800 दीदी अपनी कला एवं संस्कृति से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पादों की स्टॉल लगाई हैं।

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