-रेडक्रॉस सचिव ने श्रमिकों को सुरक्षा व सावधानी से काम करने की दी सलाह

गुरुग्राम। जिला रेडक्रॉस सोसायटी गुरुग्राम द्वारा एन के जी एफ इंफ्रास्ट्रक्चर के सहयोग से सेक्टर 102 ए स्थित शीतला माता देवी मेडिकल कॉलेज के निमार्ण कार्य में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए उपायुक्त निशांत कुमार यादव एवं एडीसी हितेश कुमार मीणा के दिशा निर्देशन में सचिव विकास कुमार और डिप्टी सीएमओ डॉ. केशव शर्मा के मार्गदर्शन में टीबी मुक्त भारत-टीबी मुक्त गुरुग्राम कार्यक्रम के तहत टीबी रोग जागरुकता शिविर लगाया गया। शिविर में लगभग 300 लोगों ने भाग लिया। शिविर का संचालन जिला टीबी कोऑर्डिनेटर रोहिताश शर्मा ने किया।

कार्यक्रम में जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव विकास कुमार ने उपस्थित लोगों को टीबी की बिमारी के बचाव बताते हुए सभी को अपने घर व आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखने के बारे में कहा ताकि गंदगी से उत्पन्न जीवाणुओं से बिमारियों को फैलने में रोकथाम मिले। उन्होंने आगे कहा कि आसपास में किसी भी व्यक्ति को टीबी के लक्षण नजर आए तो उनको नजदीकी सिविल अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी जाने की सलाह दें ताकि उनको निशुल्क व उत्तम सुविधा का लाभ मिले।

सिविल अस्पताल से गौरव ने शिविर में सभी प्रवासी महिला पुरूषों को टीबी रोग की सही जानकारी, लक्षण, बचाव के उपाय आदि पर संपूर्ण विस्तृत जानकारी दी। लोगों के सवालों के जवाब भी दिए गए जो जो शंकाएं थी, वह निवारण की गई। बताया गया कि इन सभी उचित जानकारियों का उपयोग करके हम सब समाज में टीबी रोकने की पहल करें , और अपने आसपास के लोगों को टीबी मुक्त रखने में अपना योगदान दें।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए रोहिताश शर्मा ने जनरल मैनेजर अनिल कुमार वर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर राहुल कांत शर्मा, एच आर एडमिन अनूप सिंह, सेफ्टी इंचार्ज ऋषभ चौहान का धन्यवाद किया कि उन्होंने इस पूरे कैंप को आयोजित करने में बहुत अच्छा सहयोग दिया। एस्टर डीएम फाउंडेशन ने दवाई वितरण व डॉ मनोज कुमार ने मेडिकल जांच का बहुत उत्तम सहयोग किया। इसके साथ ही यहां 200 लोगों व 15 बच्चों ने स्वास्थ्य जांच व निशुल्क दवाओं का लाभ लिया।

शिविर में प्रवासी महिला मजदूरों को 250 सेनेटरी नैपकिंस व साबुन भी वितरित किय गए।

25 लोगों में क्षय रोग के लक्षण पाए गए, जिनका दोलताबाद स्वास्थ्य केंद्र से टीबी यूनिट ने सेंपल ले लिए, जिनकी रिपोर्ट मंगलवार को आएगी। अंत में रोहिताश शर्मा ने सबको बताया कि अपने आसपास के समाज में क्षय रोग (टीबी) की सही सही जानकारी हम सभी लोगों को दें। किसी को लक्षण नजर आते हैं तो नजदीक के सरकारी चिकित्सा केंद्र पर जाकर अपनी जांच करवाएं और दवाइयां लें।  2025 तक प्रधानमंत्री के लक्ष्य अनुसार भारत को हम सबको मिलकर टीबी मुक्त करना है।

कार्यक्रम में टारगेट इंटरवेंशन की टीम ने प्रवासी मजदूरों की सिविल अस्पताल की टीम द्वारा एचआईवी/एड्स जांच कराई साथ ही टी आई टीम ने काउंसलिंग की व एड्स की बीमारी से बचने के बारे में जागरूक किया तथा एचआईवी/एड्स एक्ट 2017 के बारे में बताया कि यदि किसी एचआईवी/एड्स ग्रसित व्यक्ति को बीमारी के कारण परेशान किया जाता है तो वो अपने लिए इस एक्ट के तहत् समाधान पा सकता है। कैम्प के दौरान 200 लोगों की आरएमसी की गई तथा 41 लोगों की एचआईवी की जांच की गई। कार्यक्रम में टारगेट इंटरवेंशन प्रोजेक्ट मैनेजर रजनी कटारिया, काउंसलर अनिता, वनीता पीटर, सुषमा रानी, कविता सरकार, मंजू शर्मा, सुमित, संजय आदि ने और रेडक्रॉस के आजीवन सदस्य जे. आर निषाद ने शिविर को सफल बनाने में सराहनीय सहयोग किया।