शनिवार और रविवार की दोनों शिफ्ट में 61 फीसदी से अधिक रही हाजिरी
जिला प्रशासन व एनटीए की सजगता से पहले दिन की दूसरी शिफ्ट में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने आए दो फर्जी परीक्षार्थियों को परीक्षा की पवित्रता भंग करने के प्रयास में ही धरा गया
निःशुल्क बस सेवा व परीक्षा केंद्रों पर मिली सुविधा के लिए परीक्षार्थियों ने की हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन की प्रशंसा

गुरुग्राम, 22 अक्टूबर। गुरुग्राम में शनिवार और रविवार को ग्रुप डी के पदों के लिए सीईटी परीक्षा का सफल संचालन हुआ। डीसी निशान्त कुमार यादव ने परीक्षा के सफल संचालन के लिए सभी परीक्षार्थियों, परीक्षा केंद्रों के अधीक्षकों, पर्यवेक्षकों, फ्लाइंग स्क्वाड, ड्यूटी मजिस्ट्रेटस, परीक्षा से जुड़े जिला प्रशासन-एनटीए के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा पुलिस बल को बधाई दी।

ग्रुप डी की सीईटी परीक्षा के जिला में नोडल अधिकारी एवं एडीसी हितेश कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार व रविवार की दोनों शिफ्ट में अभ्यर्थियों की 61 फीसदी से अधिक हाजिरी रही। जिला प्रशासन द्वारा परीक्षा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। जिसके चलते परीक्षा की पवित्रता भंग करने के प्रयास में पहले ही दिन दूसरे के स्थान परीक्षा देने पहुंचे दो फर्जी परीक्षार्थियों को मौके पर ही पकड़ा गया। इन मामलों में सम्बंधित परीक्षा केंद्र अधीक्षकों ने सेक्टर 10 व सेक्टर 50 के पुलिस थानों में आरोपियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर दिया। 

उन्होंने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी टीम (एनटीए) द्वारा संचालित परीक्षा के पहले दिन की पहली शिफ्ट में 10,450 व दूसरी शिफ्ट में 10,619 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इसी तरह रविवार को पहली शिफ्ट में 10,799 तथा दूसरी शिफ्ट में 10,815 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे। उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम में ग्रुप डी सीईटी परीक्षा के लिए जिला प्रशासन द्वारा परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क, परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने तक निःशुक शटल सेवा, दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए सहायक उपकरणों तथा अन्य प्रबंध किए थे। वहीं हरियाणा सरकार द्वारा भी परीक्षार्थियों के लिए निःशुल्क बस सेवा की सुविधा दी गई थी। जिला में पहुंचे परीक्षार्थियों ने हरियाणा सरकार व जिला प्रशासन के अच्छे प्रबन्धों को प्रशंसनीय बताया।

एडीसी ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक आधारित फेस रिकॉग्निशन की प्रकिया अपनाई जा रही है। इस दौरान एडमिट कार्ड पर दर्ज फोटो को परीक्षा केंद्र पर ही ली गई उम्मीदवार की लाइव तस्वीर के साथ सत्यापित करके उम्मीदवार की पहचान सुनिश्चित की जाती है। पहले ही दिन दो फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ने से दूसरे दिन किसी भी केंद्र से परीक्षा की पवित्रता भंग करने के प्रयास का एक भी मामला नहीं आया।

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